अरवल में एक अनोखी शादी देखने को मिली। जहां अस्पताल की बेड पर बैठे-बैठे प्रेमी-प्रेमिका ने शादी रचाई और जिंदगी भर के लिए एक-दूजे के हो गए। मामला जिले के सदर अस्पताल का है, जहां बुधवार को ये शादी हुई।
अस्पताल के बेड पर बैठे-बैठे ही दोनों ने एक-दूसरे के गले में माला डाली। फिर प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरा। इस अनोखी शादी में अस्पताल के कर्मी और मरीज भी शामिल हुए। सभी ने आशीर्वाद देते हुए भगवान के जयकारे भी लगाए।
अब इस अनोखी शादी की चर्चा हो रही। दरअसल, ठाकुर बिगहा गांव का रहने वाला नीरज कुमार (19) दौलतपुर की रहने वाली अपनी प्रेमिका कौशल्या कुमारी (18) को बाइक पर बैठाकर बैदराबाद बाजार घूमाने लाया था। जहां कार और बाइक की टक्कर हो गई। इस घटना में दोनों बुरी तरह जख्मी हो गए, जिसके बाद दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना की जानकारी परिजनों को हुई। जिसके बाद लड़की के परिजन अस्पताल पहुंचे। लड़के और लड़की की स्थिति को देखते हुए पहले दोनों का इलाज करवाया गया। उसके बाद दोनों की अस्पताल में ही शादी करवाने का फैसला लिया। युवक-युवती ए- दूसरे से प्यार करते थे और घरवालों को बिना बताए चोरी-छिपे मिलते थे। एक्सीडेंट के बाद ये बात सबको पता चली तो परिजनों ने दोनों की शादी कराई।
मैं तो बस घूमा रहा था- लड़का
नीरज ने बताया कि दोनों एक बाइक पर सवार होकर बाजार से घर लौट रहे थे, तभी अचानक कार ने टक्कर मार दी। जिसमें हम दोनों जख्मी हो गए। लड़की से प्यार होने की बात से इनकार करते हुए उसने कहा कि वो तो बस घूमाने ले गया था। परिवार वाले दबाव दे रहे हैं। साथ ही कहा कि मैं शादी करने को तैयार हूं, लेकिन ऐसे अस्पताल में नहीं करना चाहता।

प्रेमिका (कौशल्या) प्रेमी (नीरज) के जीजा की बहन है।
रिश्ते में बहन की ननद है प्रेमिका
कौशल्या कुमारी नीरज के जीजा की बहन है। परिवार के लोगों का कहना है कि दोनों काफी सालों से एक-दूसरे के साथ घूमते-फिरते हैं। इसलिए परिवार ने सदर अस्पताल के बेड पर ही दोनों की शादी करा दी। ना लगन ना मुहूर्त बुधवार 12:00 बजे रात ही युवक ने लड़की की मांग में सिंदूर भरा और सात जन्मों तक के लिए रिश्ते में बंध गया
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