विक्रमशिला सेतु के पहुंच पथ के रखरखाव का जिम्मा पहले पुल निर्माण निगम के पास था। फिर यह पथ निर्माण विभाग के पास गया। और अब यह एनएच के पास है। एनएच विभाग ने इसकी मरम्मत के लिए 23.25 कराेड़ का एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय भेजा है। लेकिन अब तक वहां से स्वीकृति नहीं मिली है। इस कारण मेंटेनेंस का काम शुरू नहीं हाे पा रहा है। यह उत्तर व पूर्व बिहार काे जाेड़नेवाली सड़क है। इसे अब एनएच का भी दर्जा मिल गया है।
हालांकि अभी पहुंच पथ की स्थिति उतनी खराब नहीं है, लेकिन सड़क पर कुछ जगहाें पर गड्ढे बन गए हैं। अगर जल्द इसकी मरम्मत नहीं की गई ताे हालत जर्जर हाे जाएगी। इस पहुंच पथ से हाेकर राेज औसतन 20 हजार से अधिक छाेटी-बड़ी गाड़ियां गुजर रही हैं। दस हजार से अधिक भारी वाहन गुजरते हैं। इसलिए मेंटेनेंस जरूरी है। नहीं ताे यह इतने वाहनाें का दबाव नहीं झेल पाएगी। एनएच विभाग के इंजीनियर केवल एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय भेजकर अपनी जवाबदेही से मुक्त हाे गए हैं।
वह यह भी बताने में समर्थ नहीं हैं कि आखिर फाइल किस स्थिति में है और कब तक काम शुरू हाे सकेगा। एनएच के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अवरिंद कुमार ने बताया कि एस्टीमेट बनाकर विभाग काे भेजा गया है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही इस दिशा में पहल हाे सकेगी।
नवगछिया जीराेमाइल से हसडीहा तक की सड़क अब एनएच-133ई
एनएच विभाग काे विक्रमशिला सेतु के पहुंच पथ काे हैंडओवर करने की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही थी। इस साल ही पथ निर्माण ने इसे एनएच विभाग को सौंपा है। दोनों विभागों के बीच लिखित रूप में हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया हुई थी। इस काम में एक साल से अधिक लग गया।.
अब करीब 10 किलोमीटर लंबा पहुंच पथ एनएच विभाग के जिम्मे चला गया। अब इसे एनएच-133 ई का दर्जा मिला है। इसमें नवगछिया जीराेमाइल से भागलपुर जीराेमाइल, बाइपास हाेते हुए जगदीशपुर से हसडीहा तक की सड़क शामिल है। शुरुआती दाैर में इसे एनएच विभाग इसे लेने से कतरा रहा था, लेकिन काफी प्रयास के बाद इसे एनएच काे ट्रांसफर किया गया।
पांच साल सड़क की हुई थी देखरेख
विक्रमशिला सेतु का पहुंच पथ का रखरखाव पहले सड़क मेंटेनेंस पाॅलिसी में ओपीआरएमसी स्कीम के तहत किया जा रहा था। करीब पांच साल से इसकी देख-रेख इसी से हाे रही थी। लेकिन एनएच के पास जाने से यह सड़क उस याेजना से बाहर हाे गयी है। इसके बाद एनएच ने मेंटेनेंस के लिए 23 कराेड़ रुपए का एस्टीमेट बनाकर विभाग काे भेजा है।
पहुंच पथ पर गिट्टी-अलकतरे की चढ़ेगी परत
मेंटेंनेस के तहत विक्रमशिला सेतु के पहुंच पथ पर गिट्टी-अलकतरे की एक परत चढ़ेगी। इस सड़क से काेसी व सीमांचल के इलाके के लाेगाें काे झारखंड जाने में सहूलियत हाेती है। वे विक्रमशिला सेतु पार कर बाइपास के रास्ते हसडीहा जा रहे हैं। सड़क के मेंटेनेंस से उनका सफर और आसान हाेगा। यह पहुंच पथ दाे एनएच काे भी जाेड़ता है। नवगछिया की तरफ एनएच-31 और भागलपुर की ओर एनएच-80 काे यह सड़क जाेड़ती है।




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