सीतामढ़ी व शिवहर में शुक्रवार की अहले सुबह हुई आंधी-पानी के साथ भारी ओलावृष्टि के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। तरियानी में हुई भारी ओलावृष्टि के कारण के कारण 70 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गये हैं। वहीं 2200 हेक्टेयर में लगे फसल पूरी तरह नष्ट हो गया है। ओलावृष्टि के कारण तरियानी के छह पंचायतों में जमीन पर करीब 6 इंच से अधिक मोटी परत बर्फ से जम गया। जिसे लोगों ने कुदाल से हटाया।
यहां जमीन पर जमे ओलावृष्टि को देख लोग शिमला व कश्मीर में हो रहे बर्फबारी के दृश्य को याद कर रहे थे। वहीं सीतामढ़ी जिले के 17 प्रखंडों में से 16 प्रखंडों में आंशिक रूप से फसल प्रभावित हुआ है। इसमें रुन्नीसैदपुर के 12 पंचायतों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यहां 3364.90 हेक्टेयर में लगे फसल को क्षति हुई है।
इसकी सूचना पर डीएम मनेश कुमार मीना के नेतृत्व में अधिकारियों की दिनभर रुन्नीसैदपुर प्रखंड के प्रभावित पंचायतों में भ्रमण कर फसल क्षति का आंकलन में जुटी रही। वहीं शिवहर के तरियानी व डुमरी कटसरी के कई पंचायत प्रभावित हुआ है।
सीतामढ़ी में 3364.90 तो तरियानी में 2200 हेक्टेयर में लगी फसल नष्ट हो गई , तरियानी में 6 इंच जमा बर्फ
ओलावृष्टि से तरियानी की छह पंचायत प्रभावित
तरियानी| प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि न केवल फसल को भारी नुकसान हुआ है। नरवारा के देवेंद्र सहनी के घर सहित 70 से अधिक परिवार का झाेपड़ी का घर गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया है। बताया गया है कि प्रखंड के कुम्हरार, शरीफनगर, सोनबरसा, वृंदावन, नरवारा, छतौनी सहित कई पंचायतों में भारी ओलावृष्टि के साथ आंधी-पानी हुई। इस कारण किसान के खेत में लगे साग, सब्जी, गेहूं, मक्का, लीची, आम के फसलों को भारी नुकसान हुआ है। नरबारा में ओलावृष्टि के कारण जमीन पर करीब 6 इंच बर्फ जम गया था। जिसे ग्रामीणों ने कुदाल से हटाया। अधिवक्ता संजय सहनी ने अधिकांश झोपड़ी के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। जबकि किसानों की फसल मारी गयी है।

12 पंचायतें प्रभावित हुईं पहुंची अफसरों की टीम
रुन्नीसैदपुर| तेज आंधी तूफान व ओलावृष्टि से प्रखंड क्षेत्र के 12 पंचायता में भारी नुकसान हुआ है। सैकड़ों में एकड़ में लगी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। सूचना पर अधिकारियों की टीम ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर क्षति का आकलन किया।
आंधी-पानी व ओलावृष्टि से जिन पंचायतों में भारी नुकसान हुआ है, वहां फसल क्षति का आंकलन किया जा रहा है। बारिश एवं ओलावृष्टि से किसान के खेत में लगे सभी प्रकार के फसल काे नुकसान हुआ है। वहीं ध्वस्त हुए मकानों की सूची तैयार करने को लेकर सर्वे किया जा रहा है।
-अमित कुमार, सीओ, तरियानी
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