फसल अवशेष जलाने के दुष्परिणाम से मिट्टी की उर्वरा शक्ति तथा पर्यावरण को होने वाले नुकसान को लेकर किसानों को लगातार विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जाता रहा है। फसल अवशेष को जलाने से होने वाले दुष्परिणाम को रोकने के उद्देश्य से ऐसा कार्य करने वाले किसानों को विभाग की किसी भी तरह की योजना के लाभ से वंचित किया जाता है। फसल अवशेष जलाने वाले किसानों का निबंधन ब्लॉक किया जाता है, जिसके फलस्वरूप उन्हें 3 वर्षों तक विभिन्न प्रकार की विभागीय योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ता है।
इसकी रोकथाम के लिए जिला में लगातार ऐसे किसानों को चिह्नित किया जा रहा है। वर्तमान खरीफ मौसम में जिला में फसल अवशेष जलाने वाले अब तक 129 किसानों का निबंधन ब्लॉक किया गया है। जिसके कारण ये सभी किसान आगामी 3 वर्षों तक विभागीय योजनाओं के लाभ से वंचित रहेंगे।
जानिए, कहां कितने किसानों को किया गया वंचित
वेन प्रखंड के 4, चंडी के 33, हरनौत के 6, हिलसा के 2, इसलामपुर के 23, कराय परशुराय के 23, नगरनौसा के 7, नूरसराय के 5, परवलपुर के 18, रहुई के 2, सिलाव के एक तथा थरथरी प्रखंड के 5 किसान शामिल हैं।
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