भागलपुर स्टेशन पर एक 5 वर्ष का बच्चा अपने मृत मां के शव से घंटो तक लिपटा रहा था। अपनी मां को बार बार उठाने की कोशिश कर रहा था। उसे इस बात की थोड़ी भी भनक नहीं थी की उसकी मां अब ये दुनिया छोर का जा चुकी है। फिर भी वो मासूम अपनी मां की गोद में बेफिक्र होकर सोया हुआ था। ये दृश्य आने जाने वाले हर यात्रियों के लिए वाकई उनके मन को झकझोर देने वाला था।
महिला के किसी परिजन का पता नहीं चल पाया। इसके बाद पुत्र होते भी रेलवे स्टेशन पर मिले अज्ञात महिला का शव को जीआरपी ने बिना चाइल्ड लाइन केयर को सूचना दिए 72 घंटे से अधिक समय के बाद लावारिस मान कर अंतिम संस्कार करा दिया। पुत्र होने के बाद भी महिला को मुखाग्नि नहीं मिली।
दरअसल, 31 जुलाई की रात 9:30 बजे भागलपुर स्टेशन के प्लेटफार्म पर पर संदिग्ध अवस्था में एक अज्ञात महिला का शव मिला था। उसके बदन से एक 5 साल का बच्चा लिपट कर सोया हुआ था। बच्चे को जीआरपी ने चाइल्ड लाइन की टीम को सौंप दिया था। जहां से बच्चे को स्वास्थ जांच के बाद शिशु गृह में शेल्टर किया गया था।
वहीं अंतिम संस्कार को लेकर रेल थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि महिला के पास से मिला बच्चा कुछ बोल नहीं पाता है। तीन दिन के बाद भी लावारिस होने की स्थिति में अंतिम संस्कार पुलिस को करना पड़ता है। इस संबंध में सीडब्ल्यूसी के अधिकारी विक्रम कांत मिश्रा ने बताया कि जीआरपी को इसकी सूचना देनी चाहिए थी। वहीं बच्चे की स्थिति नार्मल नहीं है। वह दांयें हाथ से दिव्यांग भी है। फिर भी अंतिम संस्कार करने से पहले जीआरपी को बताना चाहिए था।
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