गुलाब तूफान का बड़ा असर मानसून पर पड़ा है। 30 सितंबर तक खत्म होने वाला मानसून इस बार बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती हवाओं की वजह से अक्टूबर तक जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी बिहार के विभिन्न हिस्सों में पहुंच रही है। इस कारण मानसून के 7 अक्टूबर तक बढ़ने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी बिहार के विभिन्न हिस्सों में पहुंचने के साथ चक्रवाती हवाओं का प्रभाव पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार से होते हुए हिमालय की तराई के क्षेत्रों में स्थित है। इसके साथ ही गुलाब तूफान के प्रभाव से बिहार में मानसून अवधि में 7 दिनों की वृद्धि हुई है। 30 सितंबर तक बिहार से वापसी करने वाला मानसून के अब 7 अक्टूबर को वापस लौटने की संभावना है।
जानिए क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार के मुताबिक, सक्रिय विभिन्न सिस्टमों की वजह से बिहार के कई स्थानों पर हल्की और मध्य दर्जे की बारिश हो रही है। इसके प्रभाव से बिहार में अभी मानसून सक्रिय रहने का अनुमान है। इससे पहले 2019 में भी मानसून की वापसी 8 अक्टूबर को हुई थी, लेकिन बिहार में 25 जून का मानसून प्रवेश किया था। इस बार भी मानसून समय से दो दिन पहले बिहार में आया है।
पटना, भागलपुर, जमुई में हल्की बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी की तीव्रता और बिहार से होते हुए हिमालय के तराई क्षेत्र में बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र की वजह से आने वाले 24 से 48 घंटे के दौरान बिहार के दक्षिण-मध्य और पूर्व हिस्से में स्थित पटना, भागलपुर, जमुई, बांका, खगड़िया, मुंगेर में हल्की बारिश के आसार हैं। इस दौरान आसमान पर बादल छाए रहेंगे, जिससे आर्द्रता बढ़ेगी।
उमस वाली गर्मी ने बढ़ाई परेशानी
पटना सहित बिहार के अन्य दक्षिणी क्षेत्रों में उमस भरी गर्मी बढ़ गई है। गर्मी के कारण लोग काफी परेशान हैं। रविवार की देर रात उमस भरी गर्मी काफी बढ़ गई जो बीमारी का भी कारण बन सकती है। 26 सितंबर को दिन में सबसे अधिक तापमान खगड़िया में 41.2 डिग्री दर्ज किया गया। पटना में अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पटना में सोमवार को भी बदली के बीच उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहेंगे। इस दौरान अधिकतम तापमान में भी बढ़ोत्तरी का अनुमान है।
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