उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश कर धर्म के आधार पर देश का बंटवारा स्वीकार करने के उस ऐतिहासिक अ’पराध के परिमार्जन की शुरुआत कर दी, जिसके कारण पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में हिंदू, ईसाई, पारसी अल्पसंख्यकों को लंबे समय तक उ’त्पीड़न का शि’कार होना पड़ा। सरकार जब वि’भाजन-पी’डि़त गैर मु’स्लिम अल्पसंख्यक शरणार्थियों को न्याय देना चाहती है, तब कांग्रेस और राजद केवल वोट बैंक के लिए बि’ल का वि’रोध कर रहे हैं।सोमवार को ट्वीट कर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शशि थरूर का यह मा’नना सरासर गलत है कि नागरिकता बिल पास होने से जिन्ना के सि’द्धांत की जीत होगी।
सच तो यह है कि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर बं’टवारा स्वीकार कर न केवल जिन्ना को वाकओवर दे दिया था, बल्कि शे’ष भारत पर अपने लंबे शासन के दौ’रान धर्म के आधार पर भे’दभाव जारी रखा। बिल का वि’रोध करने के बजाए कांग्रेस को भारत विभाजन के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। नागरिकता बिल जिन्ना के दिए गहरे ‘ज’ख्मों पर मोदी सरकार का म’रहम है।
Leave a Reply