पू’छताछ के बाद उन्हें निग’रानी के स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा।छापेमा’री होने के थोड़ी देर बाद ही प्रखंड कार्यालय में पैक्स चुनाव से संबंधित बैठक होने वाली थी। सभी आवास सहायक बैठक में शामिल होने के लिए प्रखंड कार्यालय के बाहर खड़े थे। इसी दौ’रान कमलेश घूस की राशि देने के लिए आवास सहायक को गेट के पास लेकर आया और उसे रुपये दे दिये। आवास सहायक के रुपये जेब में रखते ही पास में खड़ी निगरानी की टीम ने उन्हें द’बोच लिया। छापेमा’री की जानकारी मिलते ही कार्यालय में अफ’रातफरी म’च गयी।
प्रखंड में पहले भी दो अधिकारी नि’गरानी के ह’त्थे चढ़ चुके हैं। तत्कालीन बीईओ वीरेन्द्र कुमार को शिक्षक से घूस लेते निग’रानी ने हि’लसा से द’बोचा था। दूसरी का’र्रवाई कचहरिया पंचायत के राजस्व कर्मचारी केदार प्रसाद यादव के खि”लाफ हुई थी। उन्हें भी निगरानी ने घू’से लेते प’कड़ा था। स्थानीय लोगों की माने तो का”र्रवाई के बाद भी कर्मी घू”स लेने से बाज नहीं आ रहे हैं।
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