नई दिल्ली. संसद के बजट सत्र (Budgest Session) के दौरान विपक्षी दल राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे. विपक्षी दलों का कहना है कि जिस तरह से बीते सत्र में तीन कृषि कानूनों को पारित किया गया, उसके विरोध में यह कदम उठाया जा रहा है.
राष्ट्रपति के अभिभाषण का विरोध करने वाले राजनीतिक दलों में कांग्रेस, एनसीपी, जेकेएनसी, डीएमके, एआईटीसी, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, आरजेडी, सीपीआईएमएल, सीपीआई,आईयूएमएल, आरएसपी,पीडीपी, MDMK , केरल कॉंग्रेस और AIUDF शामिल हैं.
राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्य और नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने इस बाबत कहा ‘हम 16 राजनीतिक दलों की ओर से एक बयान जारी कर रहे हैं कि कल संसद में दिया जाने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे. इस फैसले के पीछे प्रमुख कारण यह है कि कृषि कानूनों को विपक्ष के बिना सदन में जबर्दस्ती पास किया गया.
आजाद ने कहा कि राष्ट्रपति के संसद की संयुक्त बैठक के संबोधन का 16 विपक्षी दल किसानों के मुद्दे को लेकर बहिष्कार करेंगे. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा के मामले में केंद्र की भूमिका की जांच की मांग की है.
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