महंगे प्याज और पेट्रोल से प’रेशान लोगों को अब दूध की मा’र झे’लनी पड़ेगी। झारखंड समेत देश के कई राज्यों में जल्द ही दूध की कीमतें बढ़ सकती हैं। झारखंड में सर्वाधिक रूप से दूध की सप्लाई बिहार से होती है, पर गत दिनों आई बाढ़ से बिहार अबतक उबर नहीं सका है, मसलन बिहार के समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, बरौनी, दरभंगा से आने वाले से दूध की आवक 20 प्रतिशत तक घट गई है। इससे झारखंड समेत, बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ में भी दूध की काफी कि”ल्लत होने लगी है। आलम ये है कि झारखंड में प्रमुख डेयरी फॉर्म सुधा, ओशम, अमूल आदि की दिन में एक वक्त ही सप्लाई हो पा रही है।बिहार से आवक कम होने के कारण अब झारखंड के डेयरी फॉर्म महाराष्ट्र से दूध मंगाने की तैयारी में हैं। इसके लिए ऑडर्र भी दे दिया गया है।

बिहार की तुलना में महाराष्ट्र से दूध मंगाने में ट्रांसपोर्टेशन चार्ज ज्यादा है। ऐसे में डेयरी फॉर्म दूध की कीमतों में दो से चार रुपये प्रति लीटर का इजाफा करने की तैयारी में हैं।दूध की आवक कम होने से बाजार में मिल्क पाउडर भी बमुश्किल मिल रहा है। पहले से बचा स्टॉक ही कुछ दुकानों से बेचा जा रहा है, पर फु’टकर दुकानदारों की मानें तो कई दिनों से मिल्क पाउडर का भी स्टॉक नहीं आ रहा है।19 नवंबर से लग्न शुरू हो चुका है। लग्न में दूध और प्याज की खपत अधिक होती है।

ऐसे में निश्चित है कि दूध और प्याज की कीमतें बढ़ने से लोगों को बजट से अधिक खर्च उठाना पड़ेगा. जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों को मिलाकर रोज लगभग दो से सवा दो लाख लीटर दूध की खपत होती है। इसमें से सर्वाधिक लगभग डेढ़ लाख लीटर दूध की सप्लाई सुधा डेयरी द्वारा की जाती है। इसके अलावा ओशम, अमूल और खटालों द्वारा दूध की बिक्री की जाती है। हालांकि लग्न के कारण खपत लगभग 25-30 प्रतिशत तक बढ़ गई है।

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