बिहार को विशेष राज्य (Special status) का द’र्जा देने के मु’द्दे पर सियासत फिर गर’माती दिख रही है। इसे लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घ’टक दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) एवं भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी आमने-सामने दिख रहे हैं।लोकसभा (Lok Sabha) के शीतकालीन सत्र (Winter Session) में जेडीयू सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने बिहार को विशेष राज्य के द’र्जा का मुद्दा उठाया। जेडीयू सांसद दिनेश चंद्र यादव (Dinesh Chandra Yadav) ने भी बाद में कहा कि विशेष राज्य के प्रस्ताव का सभी राजनीतिक दलों ने बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में समर्थन किया था।
जेडीयू के फिर इस मांग को उठाने पर बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद गोपालनारायण सिंह (Gopal Narayan Singh) ने क’ड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे जेडीयू और मुख्यमंत्री (Chief Minister) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का शि’गूफा बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में जेडीयू के पास कोई मु’द्दा नहीं बचा है।उन्होंने कहा कि जेडीयू अभी तक जाति व मुस्लिम कार्ड (Caste and Muslim card) खेलता था, लेकिन अब इसकी उपयोगिता नहीं रही। इस कारण वह विशेष राज्य के दर्जा की मांग उठाता रहता है।जेडीयू ने गत लोकसभा चुनाव के समय जनता से वादा किया गया था कि अगर 17 में से 15 सीटों पर जीत मिली तो वह विशेष राज्य का दर्जा दिलाएगा। लेकिन 17 में 16 सीटों पर जीत के बावजूद जेडीयू वर्तमान राजनीतिक हा’लात में बीजेपी पर द’बाव बनाने की स्थि’ति में नहीं है।
बिहार में एनडीए की जीत के पीछे प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की छवि को कारण मानने वालों की भी कमी नहीं। ऐसे में विशेष राज्य को ले ताजा मांग पर बीजेपी सांसद का बयान जेडीयू को परे’शान करने वाला है।जेडीयू की इस मांग को ले वि’पक्ष (Opposition) भी ह’मलावर दिख रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुख्य प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने इस मु’द्दे को जेडीयू का फुटबॉल बताते हुए कहा कि वह इसे जब मन हुआ उछालकर चुप हो जाता है। उन्होंने कहा कि अब आरजेडी इस मु’द्दे को लेकर चलेगा।आरजेडी के भाई वीरेंद्र ने भी सवाल किया कि अखिर चुनाव आने पर ही जेडीयू को इस मु’द्दे की याद क्यों आती है?
Leave a Reply