किसी भी कारण से होने वाले मानसिक त’नाव से दूरी बनाए रखें। साथ ही शुद्ध और सादा भोजन करेंगे तो दिल की बीमा’री से दूर रहेंगे। अभी ठंड के मौसम में हॉर्ट अ’टैक होने का ख’तरा ज्यादा रहता है। कम पानी पीने से शरीर का खू’न गाढ़ा होने लगता है। ऐसे में पानी की कमी नहीं होने दें, हो सके तो गुनगुना पानी का ही सेवन करें। जो मां’साहारी हैं, वे मीट-मुर्गा का सेवन अभी नहीं करें तो ज्यादा सुरक्षित रहेंगे। अगर अंडा खाते हैं तो उसका सफेद हिस्सा ही खाएं और पीले हिस्से को छोड़ दें क्योंकि पीले हिस्से में को’लेस्ट्रॉल ज्यादा होता है। अधिक कोलेक्ट्रॉल होने से शरीर का खू’न गाढ़ा होने लगता है। ये बातें पीएमसीएच के सहायक प्रोफेसर सह हृदय रो’ग विशेषज्ञ डॉ. अमिताभ वर्मा ने कहीं।

वे आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान के दफ्तर में आयोजित डॉक्टर के सलाह कार्यक्रम में रविवार को पाठकों के सवालों का जवाब फोन पर दे रहे थे। मधुमेह के म’रीजों को ठंड और प्रदू’षण से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। मधुमेह के म’रीजों का अगर सांस फुलने लगे तो समझ लीजिए कि हृदय रो’ग होने वाला है। वहीं जो सामान्य मरी’ज हैं अगर उन्हें बाएं हाथ में भारीपन, द’र्द या झ’नझ’नाहट की स’मस्या होने लगे, छाती में द’र्द और भा’रीपन महसूस हो, धड़’कन अ’नियमित हो या अ’चानक से बढ़ जाए, चक्कर आने लगे, साधारण कार्यों में भी थ’कावट आने लगे और हमेशा सर्दी-खांसी की प’रेशानी हो तो यह हृदय रो’ग के शुरुआती लक्ष’ण हो सकते हैं।अभी तो 20 वर्ष के बच्चों में भी हॉट अटै’क के केस आने लगे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस उम्र के ब्च्चे भी मानसिक त’नाव के शि’कार हो रहे हैं। इसिलए बच्चों को खान-पान पर ध्यान दें, घर से बाहर तेल-म’साला और जंक फू’ड से रखें। जो मां’साहारी हैं, उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। प्रदू’षण का असर भी शरीर पर पड़ रहा है। अभी की हा’लत यह है कि 10 सि’गरेट के बराबर वायु प्र’दूषण लोगों को नु’कसान पहुंचा रहा है।

सवाल: धड़कन अचानक से बढ़ जाती है और बाएं हाथ में झन’झना’हट होती है।(मुजफ्फरपुर से संजय कुमार)
जवाब: इको और होल्टर जांच करानी होगी। ठंड से बचकर रहना होगा। फिलहाल शाकाहारी भोजन ही करें और यदि थायरायड है तो जो परहेज बताया गया है, उसका अक्षरश: पालन करें। मधुमेह की भी जांच करा लें।
सवाल: ब्लड प्रेशर की दवा कब लेनी चाहिए।(फुलवारीशरीफ से राकेश कुमार)
जवाब: अगर दिनभर में एक दवा लेते हैं तो उसे सुबह में लें। कामकाजी हैं तो बीपी की दवा लेकर ही घर से निकलें। वहीं दो दवाएं लेते हैं तो दूसरी दवा शाम पांच से छह बजे तक लेनी चाहिए।
सवाल : छोटे भाई के दिल में छेद है। क्या सावधानी बरतें? (शमीमुद्दीन, पूर्वी चंपारण)
जवाब : एक बार सभी जरूरी जांच करा लें। छेद का आकार पता चलने के बाद ही इलाज के बारे में कुछ कहा जा सकता है। दिल में छेद का इला’ज कम उम्र ही करा लें तो बेहतर होगा।

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