प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं के सभी बच्चों को अब तक सभी किताबें उपलब्ध नहीं हो पाई हैं। ई लॉट्स एप और साइट भी काम नहीं कर रहे। इस कारण बच्चे यहां से भी शैक्षणिक सामग्री डाउनलोड नहीं कर पा रहे हैं। मामले को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद में गुणवत्ता शिक्षा संभाग प्रभारी ने बताया कि सिक्योरिटी ऑडिट नहीं होने के कारण फिलहाल साइट काम नहीं कर रहा।
ई लॉट्स के साइट पर वायरस होने के कारण एनआईसी की ओर से सिक्योरिटी अॉडिट के लिए बंद किया गया है। मुजफ्फरपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में अब तक कुल नामांकित स्टूडेंट्स में महज 65 प्रतिशत को ही किताबें मिल पाई हैं। वहीं, बच्चों को उपलब्ध कराई पुस्तकों की जिला स्तर से भेजी गई रिपोर्ट और बीएसटीबीपीसी पोर्टल की ओर से उपलब्ध कराई गई रिपोर्ट में 66 हजार पुस्तकों का हिसाब नहीं मिल रहा है।
क्या है ई लॉट्स : ई लॉट्स (ई लाइब्रेरी ऑफ टीचर्स एंड स्टूडेंट्स) एक पोर्टल है। यहां 1-12 तक के स्टूडेंट्स के लिए स्टडी मटीरियल उपलब्ध है। यहां से डाउनलोड करने के साथ-साथ पढ़ाई भी की जा सकती है। इसे कोरोना काल में शुरू किया गया था। बाद में ई लॉट्स एप भी लाया गया, लेकिन अब यह काम नहीं कर रहा।
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