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बागेश्वर धाम: कब और कैसे मिलता है टोकन? पैसा से लेकर ऑनलाइन तक, जानें सब कुछ

 पटना:बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री वैसे तो हनुमत कथावाचन करते हैं। उनके कार्यक्रम में 5-6 लाख शामिल होते हैं। मगर पर्ची के जरिए लोगों के मन पढ़ लेने की वजह से पंडित धीरेंद्र शास्त्री चर्चा में रहते हैं। कोई इसे चमत्कार कहता है कोई कला। कई बार तो भरोसा करना मुश्किल होता है कि किसी के निजी जिंदगी के बारे में इनती सटीक जानकारी कोई कैसे दे सकता है। तो यहां पर जानिए उस जादुई पर्ची से जुड़ी सभी जानकारी

  1. बागेश्वर धाम का टोकन कब मिलता है?
    बागेश्वर धाम में कभी भी पर्ची नहीं डाली जाती है बल्कि दो-तीन महीने में एक बार टोकन दिया जाता है। मतलब साल में पांच-छह बार। इसकी तारीख खुद धीरेंद्र शास्त्री तय करते हैं।
  2. बागेश्वर धाम की पर्ची कैसे मिलती है?
    अगर आप टोकन लेना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको बागेश्वर धाम जाना पड़ेगा। इसके बाद पर्ची डालने की तारीख आपको बताई जाएगी। फिर तय तारीख को आप बागेश्वर धाम जाएंगे तो पर्ची मिलेगी।
  3. बागेश्वर धाम की पर्ची पर क्या लिखना होता है?
    बागेश्वर धाम की पर्ची पर पर नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखकर सेवादार के पास जमा करानी होगी। 2500-3000 लोगों को पर्ची दी जाती है। फिर लॉटरी सिस्टम से पर्ची को निकाला जाता है। जिनका नाम निकलेगा उनको वो टोकन लौटा दिया जाएगा। फिर धीरेंद्र शास्त्री से अपनी समस्या बता सकते हैं।
  4. टोकन निकलने की जानकारी कैसे मिलेगी?
    बागेश्वर धाम में काफी लोगों की भीड़ होती है, ऐसे में पर्ची निकली या नहीं, इसकी जानकारी जुटाना भी काफी मुश्किल रहता है। ऐसे में पर्ची पर आप जो नंबर दिए रहते हैं, उस पर बागेश्वर धाम के सेवादार फोन करते बताते हैं। फिर वो आपको समय और तारीख बता देते हैं। अगर आपको फोन नहीं आया तो बागेश्वर धाम की ओर से लिस्ट भी जारी की जाती है।
  5. टोकन के लिए बागेश्वर धाम की ओर से कोई पैसा भी लिया जाता है?
    बागेश्वर धाम में टोकन के लिए कोई पैसा नहीं लिया जाता है। ये बागेश्वर धाम की ओर से बिल्कुल फ्री में दिया जाता है। अगर कोई बागेश्वर धाम के टोकन के लिए पैसा मांगता है तो मतलब वो फ्रॉड कर रहा है
  6. क्या बागेश्वर धाम की पर्ची ऑनलाइन भी मिलती है?
    बागेश्वर धाम का टोकन ऑनलाइन नहीं मिलता है। ऑनलाइन की कोई सुविधा नहीं है। मतलब टोकन लेना है तो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम जाना होगा। अगर खुद बागेश्वर धाम जाने में असमर्थ हैं तो आपका कोई रिश्तेदार आपके नाम का पर्ची डाल सकता है। फिर जब पर्ची निकल जाए तो आप खुद जा सकते हैं।
  7. पर्ची डालने के कितने दिन बाद नंबर आता है?
    इसकी कोई तारीख या दिन फिक्स नहीं है। लॉटरी ड्रॉ में जितनी जल्दी नाम आ जाएगा, उतनी जल्दी आपका नंबर लग जाएगा। अगर शुरुआत में आपका नाम आ गया तो एक सप्ताह में ही काम हो जाएगा। वरना लंबा वक्त भी लग सकता है। मतलब दो से तीन महीने।
  8. क्या सभी लोगों को टोकन मिल पाता है?
    सभी लोगों को टोकन नहीं मिल पाता। काफी लिमिटेड तरीके से इसे बांटा जाता है। 5-6 लाख लोग बागेश्वर धाम पहुंचते हैं, उनमें से मात्र ढाई-तीन हजार लोगों को ही टोकन दिया जाता है।

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