निक्षय मित्र बनने को पोषण पोटली की थैली कर रही प्रेरित
- बुधवार को 60 टीबी मरीजों को दूसरी बार मिली पोषण पोटली
- स्वास्थ्य कर्मी भी निक्षय मित्र बनने में ले रहे दिलचस्पी
वैशाली। 10 मई
टीबी मरीजों के पोषण को पूरा करने में निक्षय मित्र बेहतर भूमिका निभा रहे हैं। जिले में बुधवार को निक्षय मित्रों द्वारा 60 टीबी मरीजों को पोषण की पोटली दी गयी। पोषण की पोटली में खाद्य पदार्थ वहीं थे, पर उसे देने के तरीके में जिला यक्ष्मा केंद्र ने कुछ नयापन लाया है। यह नयापन खर्चीला न होते हुए भी निक्षय मित्र बनने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। दरअसल जिला यक्ष्मा केंद्र ने पोषण की पोटली को एक थैले में दिया है जिसके दोनों तरफ टीबी हारेगा देश जीतेगा जैसे स्लोगन तो हैं ही लोगों से निक्षय मित्र बनने को लेकर प्रेरणा भी देगा। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ सीताराम सिंह ने कहा कि थैले पर स्लोगन और प्रेरणा युक्त बातें पहले से बने हुए निक्षय मित्रों की ही देन है। टीबी मरीजों द्वारा थैले का इस्तेमाल निक्षय मित्र बनने के लिए लोगों को प्रेरित करेगा। सभी निक्षय मित्र टीबी मरीजों के फूड बास्केट के लिए प्रतिबद्ध और काफी गंभीर दिख रहे हैं। इससे उनके टीबी उन्मूलन की मंशा स्पष्ट दिखाई देती है।
स्वास्थ्यकर्मी निक्षय मित्र बनने मे ले रहे दिलचस्पी:
जिला यक्ष्मा विभाग में कार्यरत सीनियर डीपीएस राजीव कुमार ने कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति के दस से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी हैं जिन्होंने एक से अधिक टीबी मरीजों के निक्षय मित्र बने हैं। राजीव कुमार ने कहा कि मैंने खुद 10 टीबी मरीज, सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने छह टीबी मरीज तथा जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुनील केसरी, एनसीडी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने भी निक्षय मित्र बन टीबी उन्मूलन में सहायता कर रहे हैं। इसके अलावा कुछ समाजसेवी तथा उनकी संस्था टीबी मरीजों के निक्षय मित्र बने हैं।


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