मान्यता है कि किसी भी काम में अड़चन आ रही हो तो शनिदेव की आराधना करनी चाहिए. शनिदेव प्रसन्न होते हैं तो बिगड़े हुए काम बन जाते हैं और सफलता मिलती है. शनिदेव मनुष्य के कर्म और फल से संबंध रखते हैं. शनि की कृपा के बिना ना तो विवाह होता है और ना ही संतान का सुख मिलता है. कुछ खास उपायों से शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है.
ऐसे करें शनिदेव की पूजा
– शनिवार को सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद शनि की पूजा अर्चना से विशेष लाभ होता है.
– काले या नीले आसन पर बैठकर तिल के तेल का दीपक जलाएं.
– पश्चिम दिशा की तरफ मुंह करें और प्राणायाम करें.
– अब लगातार 7 बार शनिस्तोत्र का पाठ करें ऐसा सुबह और शाम लगातार 27 दिन करें.
– अपनी स’मस्या के लिए शनिदेव से प्रार्थना करें.
शनि की पूजा के समय बरतें सावधानियां
– शनिदेव की पूजा हमेशा सूर्योदय से पहले करें या सूर्यास्त के बाद करें.
– शनिदेव की पूजा में हमेशा साफ सुथरे कपड़े पहन कर और नहा धोकर ही करें.
– शनिदेव की पूजा पाठ में हमेशा सरसों के तेल या तिल के तेल का ही प्रयोग करें.
– शनिदेव की पूजा हमेशा शांत मन से करें.
– पूजा में काले या नीले रंग के आसन का इस्तेमाल करें.
– शनि की पूजा पीपल के पेड़ के नीचे करें.
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