Ganesh Chaturthi Ki Katha (गणेश चतुर्थी से जुड़ी कथा)
एक बार पार्वती जी स्नान करने के लिए जा रही थीं. उन्होंने अपने शरीर के मैल से एक पुतला बनाया और उसमें प्राण फूंके और घर की रक्षा के लिए उसे द्वारपाल के रूप में नियुक्त किया. ये द्वारपाल गणेश जी थे. शिवजी को गृह में प्रवेश करने से रोका तो शंकरजी ने रुष्ट होकर युद्ध में उनका मस्तक काट दिया. जब पार्वती जी को इस बारे में पता चला तो वह दुःख में विलाप करने लगीं. उनको प्रसन्न करने के लिए शिवजी ने गज(हाथी) का सर काटकर गणेश जी के धड़ पर जोड़ दिया. गज का सिर जुड़ने के कारण ही उनका नाम गजानन पड़ा.
Ganesh Ji Chowki Sthapana (गणेश जी को करें चौकी पर स्थापित)
गणेश चतुर्थी का दिन बहुत खास होता है. इस दिन गणेश जी की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है. गणेश जी की स्थापना करना बहुत महत्वपूर्ण होता है. गणेश जी को चौकी पर पीले रंग का वस्त्र बिछाकर स्थापित किया जाता है. उनकी चौकी के दाहिने तरफ जल रखा जाता है.
Ganesh Ji Mantra (गणेश जी के मंत्र)
गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की वंदना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इस दिन गणेश जी के यह 5 चमत्कारी मंत्र आपको हर समस्या से मु्क्ति दिला सकते हैं. आइये जानते हैं कौन से हैं वो मंत्र-
- ॥ ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा ॥
- गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
- ॥ ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥
- ‘ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।’
- ‘इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः’

Forms of Ganesh Idol (गणेश जी के मूर्ति के रूप)
मुद्गल और गणेश पुराण में विघ्नहर्ता गणेश के 32 मंगलकारी रूप का वर्णन मिवता है, जोकि इस प्रकार हैं-
श्रीबाल गणपति, तरुण गणपति, भक्त गणपति, वीर गणपति, शक्ति गणपति, द्विज गणपति, सिद्धि गणपति, उच्छिष्ट गणपति, विघ्न गणपति, क्षिप्र गणपति, हेरम्ब गणपति,लक्ष्मी गणपति, महागणपति,विजय गणपति, नृत्य गणपति, उर्ध्व गणपति, एकाक्षर गणपति, वर गणपति, त्र्यक्षर गणपति, क्षिप्रप्रसाद गणपति, हरिद्रा गणपति, एकदंत गणपति, सृष्टि गणपति, उद्दंड गणपति, ऋणमोचन गणपति, ढुण्ढि गणपति, द्विमुख गणपति, त्रिमुख गणपति, सिंह गणपति, योग गणपति, दुर्गा गणपति, संकष्टहरण गणपति.

Lord Ganesh Aarti (गणेश जी की आरती)
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एकदंत दयावंत चारभुजाधारी। माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी॥ जय गणेश जय गणेश…
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा। लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अंघे को आंख देत, कोढ़िन को काया। बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजै सेवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
Ganesh Chaturthi 2023 Lucky Rashi (गणेश चतुर्थी किन राशियों के लिए शुभ)
ज्योतिष के अनुसार,गणेश चतुर्थी पर गजकेसरी और वैघृति योग बना है. यह योग 17 सितंबर को बना था, जोकि 20 सितंबर तक रहेगा. गणेश चतुर्थी पर बना यह योग मेष, मिथुन, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए शुभ रहेगा. भगवान गणेश की कृपा से आपको आर्थिक लाभ हो सकता है.
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