नवंबर 2018 में खुदरा बाजार में प्याज का भाव 30-35 रुपये किलो था।इस बीच, सरकार ने अफगानिस्तान, मिस्त्र, तुर्की और ईरान से प्याज के निजी आयात की सुविधा देने का फैसला किया है। अधिकारी ने कहा कि निजी व्यापारियों ने सरकार को बताया कि आयातित प्याज के 80 कंटेनर भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच चुके हैं और 100 कंटेनरों को समुद्री मार्ग से भारत भेजा जा सकता . केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने प्याज की कीमतों में तेजी आने के बाद बुधवार को उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में प्याज को आयात करने पर भी बातचीत की गई।
सरकार ने कहा है कि वो प्याज की कीमतों में कमी लाने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए जल्द फैसला लेगी। इस बैठक में उपभोक्ता मामलों के सचिव एके श्रीवास्तव और खाद्य सचिव रविकांत मौजूद थे। प्याज की बढ़ती कीमतों की वजह से जनता परेशान है। सोमवार को प्याज का थोक मूल्य 55.50 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। यह चार साल का शीर्ष स्तर है। इससे पहले अगस्त की शुरुआत में इसकी कीमत 13 रुपये थी। खुदरा में प्याज की कीमत 20 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 80 रुपये हो चुकी है।
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