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BJP से तल्खी के बीच बोले मांझी- दलित पढ़े तो न’क्सली और मुसलमान पढ़े तो आ’तंकी, ये नहीं चलेगा

पटना. बांका के नवटोलिया मदरसे में हुए बम ब्लास्ट के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. एक तरफ जहां बीजेपी ने इस मामले में सख्ती भरा बयान देते हुए मदरसों को आतंक की पाठशाला करार दिया, वहीं जेडीयू सहित कई सहयोगी दलों ने बीजेपी के बयान का सख्ती के साथ विरोध किया है. अब एनडीए के सहयोगी जीतन राम मांझी ने बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के बयान का तीखे शब्दों में विरोध किया है.

जीतन राम मांझी ने अपने ट्वीट में लिखा, जब भी दलित लोगों के बाल-बच्चे पढ़ाई करते हैं उसे नक्सली बता दिया जाता है, और मुसलमानों के बच्चे मदरसों में पढ़ते हैं तो उसे आतंकवादी कह दिया जाता है. भाई साहब ऐसी मानसिकता से निकलिये. यह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए सही नहीं है. ऐसी सोच समाज को तोड़ने वाला है. ऐसी बातों का मैं व्यक्तिगत रूप से पुरजोर खंडन करता हूं.

जीतन राम मांझी के ट्वीट का स्क्रीन शॉट

बीजेपी नेता ने बताया था होती है आतंक की पढ़ाई

बांका के मदरसे में हुए बम विस्फोट के बाद सियासत उस समय तेज हो गई जब बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मदरसे को आतंकवाद की पढ़ाई का केंद्र बताया था. बचौल ने कहा था कि यहां जिस तरह का बम ब्लास्ट हुआ है वो सवालों के घेरे में है. निश्चित रूप से यहां बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश हो रही थी.

जेडीयू ने भी बीजेपी के बयान का किया विरोध

बीजेपी नेता के बयान से गरमाई बिहार की सियासत में जीतन राम मांझी के बयान के साथ जेडीयू ने भी विरोध शुरू कर दिया है. जेडीयू नेता और अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान ने विरोध दर्ज करते हुए कहा कि बीजेपी विधायक को शायद मंदिर और मस्जिद के बारे में पता नहीं शायद इसलिए बयान दे रहे हैं. मंदिर में पूजा और मस्जिद में सिर्फ नमाज अता की जाती है.

कांग्रेस ने मांझी के बयान पर कसा तंज

मांझी के बयान पर अब कांग्रेस ने भी तंज कसते हुए कहा कि जीतन राम मांझी एनडीए के नेता हैं. उन्हें लगता है कि बीजेपी के नेता गलतबयानी कर रही है तो बीजेपी से पूछना चाहिए न कि सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिए बयान देते रहें. मांझी को लगता है कि सबकुछ गलत है तो एनडीए से बाहर आना चाहिए.

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