नई दिल्ली. सेना ने मानवता का संदेश देते हुए गलती से भारत की सीमा में घुसे एक युवक को तीथवाल क्रॉसिंग प्वॉइंट के पास पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले कर दिया. इस दौरान सेना ने उसे कपड़े और मिठाई भी दी. इस व्यक्ति ने बीते 5 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के पास करना में नियंत्रण रेखा (LoC) को पार किया था.
भारतीय सेना ने बुधवार को कहा, “भारतीय अधिकारियों ने मानवता दिखाते हुए सीमा पार कर आए एक युवक को तीथवाल क्रॉसिंग प्वॉइंट से पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया. लौटते वक्त उसे कपड़े और मिठाई भी दिए गए. वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के लीपा का रहने वाला है और उसने बीते पांच अप्रैल को एलओसी पार किया था.”
इसी तरह से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने 3 अप्रैल को पाकिस्तान से अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में आ गये आठ साल के एक लड़के को पाकिस्तानी रेंजर्स को सौंपा था. दो अप्रैल को राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में सोमरार सीमा जांच चौकी के समीप यह लड़का भारतीय क्षेत्र में पहुंच गया था.
बीएसएफ ने अपने बयान में कहा था, “दो अप्रैल को करीब आठ साल का करीम अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में घुस गया था और वह बाड़मेर सेक्टर के सोमरार सीमा जांच चौकी के समीप सीमा सुरक्षा बाड़ के पास तक पहुंच गया था.” बीएसएफ ने बताया कि चौकन्ने जवानों ने लड़के को देखा और उसे वापस जाने को कहा. बीएसएफ के अनुसार वर्दी में जवानों को देखकर लड़के ने रोना शुरू कर दिया, लेकिन जवानों ने उसे चुप कराया तथा उसे खाना और पानी दिया.
उसने बताया कि ऐसा लग रहा था कि लड़का रास्ता भूल गया क्योंकि नजदीकी पाकिस्तानी गांव सोमरार उस स्थान से तीन किलोमीटर दूर था जहां बीएसएफ को यह लड़का मिला. बयान में कहा गया, “मुख्यालय से निर्देश मिलने के तुरंत बाद पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की गई और नाबालिग लड़का उन्हें सौंप दिया गया.”
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