दिल्ली. देश के कई राज्यों समेत दुनिया के अधिकांश देशों में इस समय बर्ड फ्लू (Bird Flu) फैल चुका है. इसके चलते अब तक दुनिया भर में हजारों पशु-पक्षी मारे जा रहे हैं. भारत में भी इस वायरस ने पैर पसार लिए हैं. दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक बर्ड फ्लू ने कहर बरपाया हुआ है. ऐसे में मुर्गों की मांग भी घट गई है. इस बीच लोगों को यह भी डर सता रहा है कि चिकन करी (Chicken Curry) या अंडा खाने से बर्ड फ्लू फैल सकता है. ऐसे में इस सवाल का सही जवाब हम आपको बताते हैा…
क्या चिकन करी खाने से बर्ड फ्लू फैल सकता है? इस सवाल का जवाब बांबे सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रूएलिटी टू एनिमल्स के मुंबई स्थित एनिमल एंड बर्ड हॉस्पिटल के इनचार्ज डॉ. मयूर डांगर ने दिया. उनका कहना है कि चिकन करी खाने से बर्ड फ्लू संभवत: नहीं होता है. उनका कहना है कि अगर उसे अधिक तापमान पर पकाया जाए तो संभव है कि बर्ड फ्लू का वायरस नष्ट हो जाए.
डॉ. डांगर का कहना है चिकन करी में इस्तेमाल होने वाले भारतीय मसालों और उसे मीट को 70 डिग्री सेल्सियस तक पकाने पर बर्ड फ्लू फैलाने वाले वायरस एवियन इंफ्लूएंजा के खात्मे की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. यह काफी हद तक प्रभावी रहता है. हालांकि डॉ. डांगर ने उन लोगों को बर्ड फ्लू से सावधान रहने कीहिदायत दी है, जो जानवरों के संपर्क में रहते हैं.
डॉ. डांगर का कहना है कि जो भी लोग पॉल्ट्री फार्म में करते हैं, उन लोगों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है. बर्ड फ्लू के इंसानों में फैलन का प्रमुख कारण है जब लोग पक्षियों के सीधे संपर्क में रहते हैं. यह वायरस आंखों के रास्ते, नाक-मुंह के रास्ते और सांस के रास्ते शरीर में जा सकता है.
विशेषज्ञों का यहां तक कहना है कि अच्छी तरह से पका हुआ अंडा खाने पर भी बर्ड फ्लू नहीं होता है. अगर आधा पका या फ्राई किया अंडा खाया जाए तो ही उससे बर्ड फ्लू होने की आशंका रहती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है कि पॉल्ट्री की चीजों जैसे अंडा, चिकन व अन्य को अगर 70 डिग्री सेल्सियस तापमान पर पकाया जाए तो बर्ड फ्लू का ख’तरा नहीं होता.



Leave a Reply