नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Corona Virus) के नए स्ट्रेन (Strain) को लेकर राज्य सरकारें भी अ’लर्ट मोड पर आ गई हैं. बुधवार को कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने भी राज्य में नाइट कर्फ्यू (Nigh Curfew) की घोषणा कर दी है. यह कर्फ्यू 2 जनवरी तक जारी रहेगा. इस दौरान रात में 10 बजे से सुबह 6 बजे तक गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी. इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने भी वायरस के खतरनाक रूप को देखते हुए इस हफ्ते से नई पाबंदियां लगाने की घोषणा की थी. भारत समेत 30 देशों ने ब्रिटेन (Britain) से आने वाली फ्लाइट्स पर अस्थाई रोक लगाई है.
राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने कहा, ‘कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को देखते हुए आज से 2 जनवरी तक रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं सभी से साथ देने की अपील करता हूं.’ हालांकि, इससे पहले उन्होंने कहा था ‘नाइट कर्फ्यू लगाने की अभी कोई जरूरत नहीं है, हमें ज्यादा सावधान रहना होगा.’
राज्य परिवहन पर नहीं होगी रोक
विज्ञापनnullकर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर के सुधाकर ने कहा, ‘यह यूके में मिले कोरोना वायरस स्ट्रेन को रोकने के लिए किया जा रहा है. हम राज्य में आ रहे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी भी कर रहे हैं.’ उन्होंने यह साफ किया है कि इस दौरान इंटरस्टेट ट्रैवल पर किसी तरह की पाबंदी नहीं होगी. उन्होंने बताया कि 10वीं और 12वीं क्लास के लिए स्कूल 1 जनवरी से खुल जाएंगे.
उन्होंने कहा ’23 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच किसी भी तरह के कार्यक्रम और त्योहारों मनाने की अनुमति रात 10 बजे के बाद नहीं होगी.’ उन्होंने जानकारी दी कि यह नियम हर तरह के कार्यक्रम पर लागू होगा.
जानकार और जिम्मेदार क्या कहते हैं
एक दिन पहले केंद्र ने कहा था कि म्यूटेंट स्ट्रेन से जुड़ा भारत में अभी तक एक भी मामला नहीं आया है. नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा ‘यूनाइटेड किंगडम में मिला नया स्ट्रेन या कोरोना वायरस का म्यूटेशन भारत में अब तक नहीं देखा गया है.’ उन्होंने कहा, ‘देश में तैयार हो रहीं या दूसरे देशों की वैक्सीन पर इसका कोई प्रभाव नहीं है.’ उन्होंने बतायास ‘यह वायरस सुपर स्प्रेडर बन गया है.’
विश्व स्वास्थ्य संगठन की महामारी विशेषज्ञ मारिया वेन केरक्होव के अुसार, कोविड-19 के नए रूप का रीप्रोडक्शन रेट 1.1 से बढ़कर 1.5 पर पहुंच गया है. हालांकि, उन्होंने इस नए रूप के चलते वैक्सीन या वैक्सीन प्रक्रिया पर किसी भी तरह के प्रभाव पड़ने की आशंका नहीं जताई है. डब्ल्युएचओ ने कहा है कि आम सावधानियों की मदद से लोग खुद को नए स्ट्रेन से बचा सकते हैं. संगठन के मुताबिक, मास्क पहनने, हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग की मदद से वायरस से बचा जा सकता है.
कितना जा’नलेवा और इस नए स्ट्रेन में क्या है?
इस नए म्यूटेटेड वायरस का नाम बी117 (B117) है. यह वायरस पर मौजूद प्रोटीन स्पाइक्स के बदले हुए रूप से संबंधित है, जो इंसान के सेल्स से खुद को जोड़ लेता है. यह म्यूटेशन वायरस को बड़ी दर से सेल को संक्रमित करने के लिए तैयार करता है. बर्मिंघम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एलन मैकनली कहते हैं कि यह एक नए प्रकार का वायरस है, जिसके बार में जैविक रूप से हमें कोई जानकारी नहीं है. इसके असर के बारे में अभी बताया जाना सही नहीं है. जबकि, ब्रिटेन की तरफ से मिली जानकारी बताती है कि यह वायरस 70 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है



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