राजकुमार ने बताया कि पत्नी को प्र’सव पी’ड़ा शुरू होने के बाद वे बुधवार की सुबह रानीगंज अस्पताल पहुंचे इसके बाद अस्पताल के ऊपरी के कमरे में बने प्र’सव कक्ष में मौजूद एएनएम को दिखाने के लिए गयी। पत्नी के साथ मां, चाची और दीदी थी। अस्पताल में मौजूद एएनएम ने कहा कि अभी देरी है। इसके बाद जैसे ही बाहर आयी तो अस्पताल परिसर में ही दर्द शुरू हो गया। इसके बाद अस्पताल परिसर में खुले आसमान के नीचे ही क’राहते हुई पी’ड़िता बैठने लगी। इसके बाद महिला परिजनों ने सा’ड़ी घे’रकर प्र’सव कराना शुरू कर दिया। खुले आसमान के नीचे प्र’सव होने की खबर मिलते ही अस्पताल में ह’ड़कंप म’च गया। प्र’सव कक्ष में तैनात एएनएम रेणु कुमारी नीचे पहुंचकर प्रसव कराया। प्रसव के बाद महिला में बच्ची को जन्म दिया। फिलहाल जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं।बताया गया कि जिस समय महिला प्रसव के लिए आयी थी उस समय अस्पताल में तीन एएनएम ड्यूटी पर थी। ड्यूटी पर प्रसव कक्ष में एएनएम प्रियंका कुमारी, रेणु कुमारी और कंचन कुमारी मौजूद थीं। एएनएम रेणु कुमारी ने बताया कि महिला ऊपर के प्रसव कक्ष में आयी। जांच में पता चला की डायलेसन नहीं हुआ था।
इसके बाद थोड़ी देर रुकने के लिए कहा गया तो वे कब नीचे चली गयी पता ही नहीं चला। इतने में नीचे ही प्रसव पीड़ा शुरू हो गया। खुले आसमान के नीचे प्रसव की सूचना पर एएनएम दौ’ड़कर नीचे गयी और प्रसव करवाया। हालांकि परिजन का कहना है कि जांच की जाती तो उन्हें न तो वापस लौटने की नौबत आती और न ही परिसर में खुले आसमान के नीचे प्रसव होता। उन्हें उल्टा बच्चा होने की बात कहकर भगाया गया। रानीगंज रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. वाइपी सिंह ने बताया कि वे अभी अररिया में मीटिंग में हैं। इस मामले को कोई जानकारी नहीं है। यदि प्रसव खुले में हुआ है तो इसकी जां:च की जाएगी। दो’षियों पर का’र्रवाई की जाएगी। जल्द ही नीचे के कक्ष में एक प्रसव कक्ष खोला जाएगा।
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