फिर रात में विधिपूर्वक विवाह संपन्न होगा। दो दिसंबर को कलेवा का आयोजना होगा। इस दौ’रान नि’र्धन बालिकाओं का सामूहिक विवाह भी अयोजित किया जाएगा। फिर तीन दिसम्बर को जनकपुर से बारात वापस आ जाएगी।”उन्होंने बताया, “बारात कार और बस से जाएगी। इसके साथ भगवान के स्वरूपों का रथ भी शामिल होगा। राम बारात की शुरुआत लक्ष्मण किलाधीश महंत सीतारामशरण महाराज ने की थी। इस बार बारात में हरिद्वार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के संत शामिल होंगे। इसके अलावा नेपाल के राज परिवार के शामिल होने की संभावना है। आमंत्रण उन्हें भी भेजा गया है।”विहिप प्रवक्ता शरद शमार् ने बताया, “यह बारात में हर पांचवें वर्ष निकलती है। 2004 से इसकी जिम्मेदारी विहिप को मिली है।
पहले यह बारात अयोध्या में ही निकाली जाती थी। लेकिन इसके बाद विहिप ने इसका बेड़ा उठाया है। पहली बार में नृत्यगोपाल दास, अशोक सिंहल, नेपाल नरेश राजा ज्ञानेन्द्र भी शामिल हुए थे। इस बार मुख्यमंत्री योगी के शामिल होने की संभावना है।”उन्होंने बताया, “यह बारात धर्मयात्रा महासंघ के बैनर तले निकाली जाएगी। इसकी शुरुआत 2004 में हुई थी। इसके बाद 2009 और 2014 में निकाली गई। अब 2019 में निकाली जानी है। बारात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है।”
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