गर्मी शुरू होते ही मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। बीते तीन दिनों में 7 बच्चों में AES की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही अब तक जिले में कुल 38 बच्चों में AES की पुष्टि हो चुकी है। जिसमें 25 बच्चे मुजफ्फरपुर के मिले है। वहीं 13 बच्चे अन्य जिले के है। इसके साथ ही पीलिया, डायरिया, जुकाम खांसी से भी बच्चे पीड़ित हो रहे है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।

अस्पताल में परिजन के साथ जाते बच्चें
SKMCH के अधीक्षक डॉ दीपक कुमार ने बताया कि अभी तक हमारे यहाँ 38 मरीज भर्ती रहे है। जिसमे 36 मरीजो को डिस्चार्ज कर दिया गया है। बीते तीन दिनों में मुजफ्फरपुर ज़िला के पाँच, शिवहर ज़िले का एक और एक सीतामढ़ी ज़िले के बच्चें में पुष्टि हुई है। अभी पीकू वार्ड फुल है। नई बिल्डिंग में मरीजों के लिए जगह बनाया गया है। सभी दवाएं उपलब्ध है। सभी तरह की व्यवस्था पूर्ण है। सभी डॉक्टर्स पूरी लगन के साथ काम कर रहे है। हमलोग पूरी तह से तैयार है।
बच्चों का रखे ख्याल
चिकित्सकों के मुताबिक, छोटे बच्चे हर चीज नहीं मांग सकते। ऐसे में बड़ों को ही उनका ख्याल रखना होता है। गर्मी में उन्हें उबालकर पानी दें। जिससे वह डायरिया से बचेंगे। इसके साथ ही यदि डायरिया या दस्त की शिकायत है, तो ओआरएस दिया जा सकता है। अधिक से अधिक पानी पिलाते रहे। घर में साफ सफाई भी बेहद जरूरी है। इन दिनों में मच्छर भी पनप जाते हैं। ऐसे में बच्चों का बचाव जरूरी है।
डॉक्टर के संपर्क में रहे
यदि कोई भी दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। कुछ लोग डॉक्टर को दिखाने में लापरवाही बरतते हैं। तब तक काफी देर हो जाती है।बाल रोग विशेषज्ञ डा. M N कमाल का कहना है कि गर्मी की वजह से ओपीडी बढ़ गई है। अधिकतर बच्चों में बुखार, डायरिया और पीलिया की बीमारी मिल रही है।
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