पाकिस्तान पर मौसमी बेरुखी की त’गड़ी मा’र पड़ी है। देश के सिंध प्रांत (Pakistan’s Sindh province) के ग्रामीण इ”लाकों में भारी बारिश के बाद बिजली गि’रने की घट’नाओं में 20 लोगों की मौ’त हो गई है जबकि 30 लोग घा’यल हो गए हैं। यही नहीं शुक्रवार को आई इस आसमानी आ’फत की च’पेट में आने से सैकड़ों पशुओं की भी मौ’त हो गई है।पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंध के था’रपारकर जिले (Tharparkar district) के मीठी (Mithi), छेछी और राम सिंह सोढो (Chhachhi and Ram Singh Sodho) गांव में बुधवार देर रात बड़े पैमाने पर बारिश शुरू हुई जिसके बाद बिजली गि’रने की घ’टनाएं हुईं। यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा।
इन घट’नाओं में 10 महिलाओं समेत 20 लोगों की मौत हो गई। इन हा’दसों में सैकड़ों पशुओं की भी मौ’त हुई है।बिजली गि’रने की घट”नाओं में कम से कम 30 लोग घा’यल हुए हैं जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भ’र्ती कराए गए हैं। आ’पदा राहत कार्य में जुटे अधि’कारियों ने बताया है कि घ’टना में मृ’तकों की संख्या बढ़ सकती है। बता दें कि इस साल जुलाई में पीओके में मूसलधार बारिश और उसके बाद आई बाढ़ से नीलम घाटी में बड़ी संख्या में मकान और मस्जिदें ध्व’स्त हो गई थीं जिसमें कम से कम 28 लोगों की मौ’त हो गई थी।
अभी हाल ही में पड़ोसी बांग्लादेश में भी तू’फान बुलबुल ने त’बाही म”चाई थी जिसमें कम से कम 22 लोगों की मौ’त हो गई थी। यही नहीं चक्र’वात से होने वाली तबा’ही की आशंका को देखते हुए निचले इलाकों में रह रहे 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। पीटीआइ की रिपोर्ट में बताया गया था कि चक्र’वात बुलबुल के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों को 15,000 करोड़ रुपये से लेकर 19,000 करोड़ रुपये तक का नुक’सान हो सकता है।
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