अब तक तो आपने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के कई दीवाने देखे होंगे लेकिन बिहार के गोपालगंज (Gopalganj) का ज्ञानरंजन इन दिनों पीएम प्रेम को लेकर चर्चा में है. 25 वर्षीय ज्ञानरंजन ना सिर्फ पीएम मोदी की मिमिक्री करता है बल्कि केंद्र सरकार (Central Government) के दूत का भी रोल निभा रहा है और लोगों को जागरूक कर रहा है. पीएम मोदी इस युवा के दिलो दिमाग पर इस कदर छा गए हैं कि मानो मोदी का मिशन इनका भी वास्तविक मिशन बन गया हो. वो जहां जाता वही भी’ड़ जुट जाती है और लोग भी इस युवा की ना सिर्फ मि’मिक्री को गौर से सुनते हैं बल्कि इनसे कई तरह की जानकारियां भी लेते हैं.ये सच है कि पीएम मोदी के लिए हर घर दस्तक देना मुमकिन नहीं है लेकिन मोदी की अनुपस्थिति में भी लोगों को ज्ञानरंजन मोदी की याद दिलाने में पीछे नहीं हट रहा है, और मानो मोदी जी का फर्ज अदा कर रहा है. बेगूसराय, मोतिहारी, गोपालगंज, वैशाली और अब पटना के स्लम बस्तियों में चौपाल लगाकर इन दिनों ये सरकारी योजनाओं की जानकारी दे रहा है.
इसके सिर्फ जेहन में मोदी नहीं बल्कि इसके मिशन में मोदी और सपने में भी मोदी ही मोदी हैं जिसकी वजह से सुबह से शाम तक यह मोदी जी का नाम जपता है.
ज्ञानरंजन पीएम नरेंद्र मोदी का कोई नया फैन नहीं है बल्कि यह उस वक्त से मोदी का दीवाना है जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे. ज्ञानरंजन को तभी से इसे मोदी का अंदाज इतना भाया कि इसने मोदी के आवाज की कॉपी करना शुरू कर दी थी पर पीएम बनने के बाद इसे सिर्फ अंदाज नहीं बल्कि उनका काम भी इतना पसंद आया कि ये उनके मिशन को अपना मिशन बना लिया है. रोज शहर-शहर और गली-गली चौपाल लगाते चलता है और ना सिर्फ लोगों की स’मस्याएं सुनता है बल्कि योजनाएं धरातल पर उतारने का वादा भी करता है.
ज्ञानरंजन ज्यादातर स्लम बस्तियों में जाता है ताकि हकीकत से रू-बरू हो सके और बिजली, पानी, शिक्षा, आवास तमाम चीजों पर बातचीत करता है. भले ही ही ज्ञानरंजन बीजेपी का कोई प्रचारक नहीं है लेकिन अब यह बिहार के बाद झारखंड चुनाव में भी गांव-गांव दस्तक देगा और लोगों को मोदी के किए काम को याद दिलाएगा. मोदी का यह दीवाना जहां भी जाता है वहां इसकी आवाज सुनते ही भीड़ इकट्ठा हो जाती है और बच्चे से लेकर बूढे तक,लड़कियां से लेकर महिलाएं इससे अपनी फरियाद सुनाने लगती है और यह आश्वासन देने से भी पीछे नहीं हटता.
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