खजुराहो. आम तौर पर पीएम नरेन्द्र मोदी एक टफ टास्क मास्टर माने जाते हैं. पार्टी नेताओं को दिए उनके संदेश हमेशा अनुशासन और जनता के लिए काम में जुटे रहने के लिए ही प्रेरित करते हैं. बड़ा नेता हो या जमीन पर काम करने वाला कार्यकर्ता, अगर वो अपने काम में कोताही बरतता है तो उसे झिड़की देने से भी पीएम मोदी पीछे नही रहते. लेकिन पीएम मोदी के व्यक्तित्व का एक और पहलू है. और वो है उनका हंसी, मजाक और सटीक व्यंग्य करने वाला पहलू. उनके वन लाइनर्स पर तो हंसी तो नहीं ही रुकती है. पीएम मोदी का कुछ ऐसा ही पहलू सामने आया जब वो मध्यप्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट पर पार्टी उम्मीदवार वीडी शर्मा के लिए प्रचार में उतरे.
रैली की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि खजुराहो से बीजेपी उम्मीदवार वीडी शर्मा जी को विजयी बनाना है. इसके बाद उन्होंने जो कहा उससे तो वीडी शर्मा समेत मंच से लेकर रैली मे मौजूद लोगों की हंसी ही छूट पड़ी. पीएम मोदी ने कहा कि वीडी शर्मा दिखने में तो दुबले- पतले हैं लेकिन उनके नेतृत्व में बीजेपी ने मध्यप्रदेश चुनावों में इस बार नया इतिहास रच दिया है. संदेश साफ था कि बीजेपी के कार्यकर्ता की कद-काठी पर मत जाइए, हर कार्यकर्ता पार्टी को जीत दिलाने मे सक्षम है. वीडी शर्मा मध्यप्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष हैं और उनके नेतृत्व में राज्य बीजेपी संगठन ने राज्य विधानसभा चुनावों में असंभव लग रही जीत को एक रिकार्ड जीत में बदल दिया था.
इसके लिए उन्होंने एंटी इंकंबेंसी झेल रही शिवराज सरकार की चिंता छोड़ केन्द्रीय नेतृत्व के सहयोग से हर बूथ पर संगठन और कार्यकर्ता को इतना मजबूत कर दिया कि सभी ओपिनियन पोल तो ध्वस्त होकर ही रह गए. वह एबीवीपी से अपना कैरियर शुरु कर उसके राष्ट्रीय महासचिव के पद तक पहुंचे. मध्य प्रदेश में छात्र राजनीति में प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ कंधे से कंधा मिला कर लड़ाई लड़ी. फिर बीजेपी में आए तो प्रदेश महासचिव रहे और फिर उनकी कार्यकुशलता और संगठन के प्रति प्रतिबद्धता देख कर आलाकमान ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बना दिया. साल 2019 में वो खजुराहो से सांसद चुने गए और प्रदेश अध्यक्ष भी बनाए गए. अध्यक्ष बनने के बाद कार्यकर्ता निर्माण पर विशेष ध्यान दिया गया.
आलम ये कि मंडल अध्यक्ष से लेकर पदाधिकारी स्तर तक युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाया. एक आंकड़े के मुताबिक वीडी शर्मा ने अपने कार्यकाल में मंडल स्तर पर ऐसे कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया जिनकी औसत आयु 35 या उससे कम है. जाहिर है युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाना पार्टी को खासी मजबूती दे गया और आलाकमान को भी ये प्रयोग खूब भाया. इस बार खजुराहो से बीजेपी वीडी शर्मा की जीत तो पक्की मान के ही चल रही है. क्योंकि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया है और इंडी गठबंधन से ऐसे उम्मीदवार है जो लड़ाई में नजर तक नहीं आ रहे. अब मध्यप्रदेश की जीत का सेहरा वीडी शर्मा के सिर बांधती पीएम मोदी की तारीफ से तो काफी कुछ साफ हो गया है. साथ ही इतना भी साफ है कि ये खजुराहो की पब्लिक सब जानती है.
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