गया में होम ट्यूटर की भर्ती के नाम पर एक एनजीओ की आड़ में महिलाओं से 60 लाख रुपये ठग लिए गए हैं। ठगी गई सभी महिलाओं ने मिल कर दो आरोपितों को बोधगया थाना पुलिस के हवाले कर दिया है। वहीं बड़ी संख्या में महिलाएं बोधगया थाने में डेरा डाले हुई हैं। इधर बोधगया थानाध्यक्ष रुपेश कुमार का कहना है कि ठगी के आरोप में दो लोग हिरासत में हैं। महिलाओं के आरोपों की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। संबंधित मामले में केस दर्ज किया जाएगा।
पीड़ित युवती महिमा ने बताया कि होम ट्यूटर की भर्ती के नाम पर जेएसओ इंडिया के (एनजीओ) के बैनर तले बड़ी संख्या में भर्ती निकाली गई थी। घर पर ही छह बच्चों को पढ़ाने के लिए संबंधित एनजीओ के माध्यम से होम ट्यूटर रखा जा रहा था। इसके लिए संस्था द्वारा 7 हजार से अधिक सैलरी दिए जाने की बात कही गई थी।
बोधगया की करीब 1500 महिलाओं ने होम ट्यूटर बनने की इच्छा जताई। सभी महिलाओं ने 4000 रुपये लिए गए। रुपये लिए जाने के दौरान बताया गया था कि साढ़े सात सौ रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क लगेगा। शेष पैसे बाद में लौटा दिए जाएंगे। लेकिन न तो पैसा लौटाया गया और न ही भर्ती की गई। दो महीना तक टहलाया गया। भर्ती के सवाल पर बहाने बनाए जाने लगे। इस बीच बीती 16 जून को जेएसओ इंडिया के सभी कर्मी भाग गए। 17 जून से उन्हें ढूंढना शुरू किया गया तो दोनों का अतापता गया में चला। किसी तरह से महिलाओं ने मिल कर विभा रानी और सुजीत कुमार को पकड़ने सफल हो गई। और बोधगया थाने को सौंप दिया।महिमा ने बताया कि वह पहले पैसा लौटा देने की बात कह रहे थे लेकिन बाद में मुकर गए। अब उनका कहना है कि जेल जा रही रहे हैं तो पैसा काहे को दें।
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