मुजफ्फरपुर : इंसान को भावुक होकर कोई भी फैसला नहीं करना चाहिए। इसका परिणाम बहुत बुरा होता है। कभी कभी तो इतना बुरा कि ताउम्र उस एक फैसले के बारे में पछताना पड़ता है। मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड अंतर्गत खालिकनगर गौड़ीहार पंचायत की एक युवती के साथ भी ऐसा ही हुआ है। वह भावना में आकर पैतरापुर के जहांगीर से दिल लगा बैठी। शुरू में सबकुछ सही चलता रहा है। इसके बाद जहांगीर उसे अपना बनाने, पूरी जिंदगी साथ रहने की बातें करने लगा। शादी के सपने और उसके बाद की खूबसूरत जिंदगी के बारे में कहकर उसके और करीब हो गया। हालांकि यह उसकी चाल थी। जिसे युवती नहीं समझ सकी। इसके बाद उसने अपना सबकुछ जहांगीर को सौंप दिया। उसने उसका इस्तेमाल अपनी वासनाओं को शांत करने के लिए किया। हद तो यह कि वह रात को युवती के घर तक पहुंच जाता था। इसी क्रम में एक दिन गांव के लोगोें ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। जान बचाने के लिए उसने प्यार करने और शादी करने की बात बताई। जिसके बाद मुखिया महेश शर्मा की मौजूदगी में युवती से दहेज रहित शादी रचाई।
शादी के 12 घंटे के अंदर थाना पहुंचा मामला
इस शादी में गांव के लोग भी शामिल हुए। युवक के स्वजन रात में लड़की वाले के यहां ठहरे। सुबह उसको विदा कराकर ले जाने की बात कही। लेकिन, उसके माता-पिता व रिश्तेदारों की मंशा कुछ और ही थी। सुबह होते ही युवक अपने स्वजनों के साथ पैतरापुर आ गया। लड़की को जब मामले की जानकारी हुई तो उसने अपने पति के मोबाइल पर फोन किया और पूछा कि कहां हैं, इसपर उसने जबाब दिया कि वह अपने पिता व अन्य रिश्तेदारों के साथ घर चला आया है। वजह पूछने पर बताया कि बगैर दहेज वह विदा कराकर नहीं ले जा सकता। अभी शादी के 12 घंटे भी नहीं हुए कि लड़की ने अपने पति के खिलाफ बरियारपुर ओपी मे लिखित शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने, दहजे मांगने और प्रताड़ित करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
Input: Dainik Jagran
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