पटना/रांची. चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की तबी’यत गुरुवार देर शाम अचानक बिगड़ गई थी. बताया जा रहा है कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है. रांची इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS) रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू प्रसाद को लेकर अस्पताल के निदेशक ने बताया कि उनकी तबीयत स्थिर है और दिल्ली एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों से भी जांच टीम लगातार संपर्क में है. इस बीच उनके छोटे पुत्र व बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव(Tejashwi Yadav), पत्नी व पूर्व सीएम राबड़ी देवी (Rabri Devi) और बेटी मीसा भारती (Misa Bharti) समेत कई परिजन व समर्थक रांची पहुंच रहे हैं.
हाल में ही जब उनकी तबीयत बिगड़ी थी तो उनकी बीमारी के बारे में तफ्शील रिपोर्ट सामने आई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, लालू प्रसाद यादव डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रो’ग, किडनी की बीमा’री, किडनी में स्टोन, तनाव, थैलीसीमिया, प्रोस्टेट का ब’ढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, ब्रेन से संबंधित बीमारी, कमजोर इम्यूनिटी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की स’मस्या, आंख में तकलीफ, POST AVR 2014 (ह्रदय से संबंधित बीमा’री) जैसी सम’स्याओं से ग्र’सित हैं. उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार, इन सभी बीमा’रियों में लालू यादव सबसे ज्यादा किडनी की बीमा’री से प:रेशान हैं.
लालू प्रसाद यादव की देखरेख करते रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद ने बीते दिसंबर में बताया था कि उनकी किडनी लेवल फोर्थ, यानी उनकी किडनी लास्ट स्टेज में है. किडनी सिर्फ 25% ही काम कर रही है और उनको कभी भी इमरजेंसी हो सकती है. उन्हें कभी भी डायलिसिस के लिए भी कहा जा सकता है. रिपोर्ट के आधार पर लालू यादव को नेफ्रोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट और एंडोक्राइनोलॉजिस्ट की हर वक्त जरूरत रहती है. हालांकि डायबिटीज, ब्लड प्रेशर व हार्ट की समस्या कंट्रोल में है.
बता दें कि चारा घोटाला मामले में दोषी करार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को 23 दिसंबर 2017 को जेल भेजा गया था. लालू यादव को जेल में 3 साल से अधिक हो गए हैं. वह पिछले ढाई साल से रिम्स में इलाज करा रहे हैं. जेल से 6 सितंबर 2018 को इलाज के लिए रिम्स में शिफ्ट किया गया था. तब से लेकर वह लगातार रिम्स में इलाज करा रहे हैं. लालू को सबसे पहले रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था.
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