पूर्णिया नगर निगम और कसबा नगर पंचायत में लापरवाही और भ्रष्टाचार का पोल अब धीरे धीरे खुलने लगा है। सरकार पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान चला रही है, लेकिन पूर्णिया नगर निगम और कसबा नगर पंचायत में स्वच्छ भारत अभियान की खुलेआम धज्जियां उडाई जा रही है। इसका जीता-जागता सबूत लाखों के लागत से खरीदे गए मोबाइल शौचालय वैन हैं।
आम लोगो के लिए खरीदी गई थी वैन
स्वच्छ भारत मिशन के तहत 4 वर्ष पूर्व सरकार ने लाखों रुपये की लागत से मोबाइल शौचालय वैन खरीद कर पूर्णिया नगर निगम और कसबा नगर पंचायत को दिया था, लेकिन कुछ दिनों तक तो यह मोबाइल शौचालय वैन को शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य चौक-चौराहे पर रखा गया। बाहर से शहर में आने वाले लोग वैन की सुविधा से काफी खुश हुए और वैन सुविधा का लाभ उठाया।
मोबाइल शौचालय बन गया कबाड
मोबाइल वैन रखरखाव और प्रयोग नहीं होने से इन दिनों कबाड में तब्दील हो गया है। पूर्णिया के जेल रोड स्थित सडक किनारे दो वैन और कसबा के नदी किनारे करीब आधा दर्जन वैन लावारिस हालत में पड़े हुए हैं। वैन आधे मिट्टी के अंदर धंस गए है। शौचालय रूम का दरबाजा गायब है और अंदर गंदगी फैला हुआ है। पार्ट-पु में भी जंग लग गए है और आधे पार्ट पूर्जे गायब हैं। स्थानीय लोग बताते है कि यह वैन करीब दो साल से पड़ा हुआ है।
क्या कहते हैं नगर आयुक्त
इस संबंध में पूर्णिया नगर निगम के नगर आयुक्त आरिफ हसन से पूछा गया तो उन्होने बताया कि मोबाइल शौचालय वैन सडक किनारे पडे़ रहने की बात संज्ञान में है। वैन की मरम्मती कराकर जल्द फिर से चालू किया जाएगा।
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