पूर्णिया के लाइन बाजार स्थित कुंडी पुल के पास बीते सोमवार के देर रात प्राइवेट अस्पताल में इलाजरत मरीज की मौत हो गई। डाॅक्टर ने मरे हुए मरीज को सीरियस बताकर हायर सेंटर रेफर कर दिया। जब परिजनों को इस बात की पता चला तो अस्पताल में जमकर बवाल काटा। हंगामा होता देखकर अस्पताल के सभी डाक्टर और कर्मी भाग गए। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और परिजनों को समझा बुझाकर शांत किया। परिजनों ने डाॅक्टर पर लापरवाही और मरे हुए मरीज को रेफर करने का आरोप लगाया है।n
दो दिन पहले सड़क हादसे में हुआ था घायल
मृतक केनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गोकुलपुर हरिनगर के रहने वाले चंदन सिंह (34 वर्ष) है। मृतक का परिज धीरज सिंह ने बताया कि दो दिन पूर्व चंदन सिंह सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। उसे सिर में गहरी चोट लगी थी। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार के सुबह किसी दलाल ने परिजनों को बहला फुसलाकर लाइन बाजार स्थित एसएन मेमोरियल इमर्जेंसी अस्पताल में ले गया और डाक्टर ने ठीक हो जाने की भरोसा दिलाया था।
धीरज ने बताया कि घायल से मिलने की ईच्छा जताई तो तो मिलने नहीं दिया। अस्पताल में जाते ही काउंटर पर 2 लाख जमा करवा लिया। देर रात को बोला कि मरीज की हालत काफी सीरियस है इसे किसी हायर सेंटर ले जाइए। जब जाकर देखा तो चंदन की मौत हो चुकी थी। परिजनो को मौत की जानकारी मिलते ही अस्पताल के सभी डाक्टर और कर्मी अस्पताल छोड़कर भाग गए। परिजनो ने यह भी बताया कि चंदन का इलाज न्यूरो सर्जन नहीं बल्कि एक फिजिशियन कर रहे थे। अस्पताल किसका है और डाक्टर कौन है इसका कोई अता पता नहीं है। अस्पताल के निबंधन पर भी सवाल उठने लगे है। परिजनो ने इसकी शिकायत पुलिस और स्वास्थ्य विभाग से करने की बात कही है।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डाॅ. अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि घटना के बारे में उनको कोई सूचना नहीं है, शिकायत मिलने पर मामले की जांच कर कार्रवाई होगी।
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