कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने पर इतना अधिक फोकस कर रही है कि बिहार सरकार रहे या जाए इसकी फिक्र भी नहीं है! कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व शिक्षा सहकारिता एवं परिवहन विभाग की मंत्री डॉ. ज्योति ने भास्कर से बातचीत में कहा कि सरकार चले, ना चले हमें लेना-देना नहीं, हमेंं कांग्रेस को मजबूत करना है।
डॉ. ज्योति सदाकत आश्रम में आयोजित हाथ जोड़ो अभियान के लिए आयोजित संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थीं।
महागठबंधन में लगातार दिख रहा तनातनी, बयान वार
महागठबंधन की नीतीश-तेजस्वी सरकार में जदयू के अंदर नीतीश कुमार और उपेन्द्र कुशवाहा के बीच बयान वार चल ही रहा है। बीच-बीच में आरजेडी और जेडीयू के बीच भी तनातनी दिखती है। इससे पहले नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के बीच बयान वार दिख चुका है। ऐसा आरजेडी नेता सुधाकर सिंह और डॉ. चंद्रशेखर के बयानों के बाद भी खूब दिखा। कांग्रेस इस सब के बीच समय का बेहतर फायदा उठाने में लगी है। वह पंचायत स्तर तक खुद को मजबूत बनाने के रोड मैप पर काम कर रही है।
दो मंत्री पद मंत्रिमंडल में उसे मिल चुके हैं। दो और की कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह कर चुके हैं। पार्टी की नजर 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के विधान सभा चुनाव पर भी है। इस बार उसके सामने चैलेंज है कि 70 सीट लेकर 19 पर जीत का कलंक को मिटाने की है! साल1990 के बाद कांग्रेस जब भी बिहार में सरकार में आयी गठबंधन में ही आई। गठबंधन में कांग्रेस को लालू प्रसाद ने कितना सम्मान यह कांग्रेस के बड़े से लेकर छोटे कार्यकर्ता तक बखूबी जानते हैं।
फाइटर नेत्री की पहचान है डॉ. ज्योति की
डॉ. ज्योति के बगावती तेवर कई बार दिख चुके हैं। वे राफ-साफ बोलने वाली कांग्रेस नेत्री हैं। पिछले साल आरा की कांग्रेस सभा में उनका गुस्सा दिखा था। एक बार विधानसभा में उनका गुस्सा इतना तीव्र था कि कई गमले क्षतिग्रस्त हो गए थे। एक बार तो एक राज्यपाल पर उन्होंने मुखर होकर विधान सभा में पैसे के लेन-देन का गंभीर आरोप लगा दिया था।
उन्होंने यूनिवर्सिटी मे कुलपति और प्रिंसिपल की बहाली में लेन-दने का आरोप लगाया था। उनकी छवि फाइटर नेत्री की रही है। सरकार पर दिए नए बयान से साफ है कि वे नीतीश-तेजस्वी से कितनी नाराज हैं। कह दिया ‘ सरकार चले, ना चले हमें लेना-देना नहीं, हमेंं कांग्रेस को मजबूत करना है।’
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