ज्ञान की देवी मां सरस्वती की गुरुवार काे पूजा हाेगी। पूजा-पंडाल सज-धज कर तैयार हाे गए हैं। मां सरस्वती की प्रतिमा काे भी देर रात तक पूजा पंडालाें में ले जाने का सिलसिला जारी रहा। काेराेना काल में पिछले 2 साल से धूम-धाम से पूजा करने पर राेक थी। इसके कारण इस बार पूजा काे लेकर बच्चे एवं युवाओं में काफी उत्साह है। 19 वर्षाें बाद यह भी संयाेग आया है कि गणतंत्र दिवस के दिन ही सरस्वती पूजा है।/
लिहाजा, पूजा पंडाल से लेकर प्रतिमाओं तक पर देशभक्ति का रंग चढ़ा हुआ है। कई जगहाें पर प्रतिमाओं काे तिरंगे रंग से रंगा गया है और वस्त्र भी तिरंगे हैं। पंडालाें काे भी तिरंगे रंग से सजाया गया है। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय कैंपस स्थित छात्रावासाें से लेकर गली-माेहल्ले में जगह-जगह पर पूजा का आयाेजन उत्साह के साथ किया जा रहा है। इस दाैरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने कई आवश्यक निर्देश दिए हैं। पूजा में डीजे पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।
जिला, अनुमण्डल, थाना स्तर पर गठित शांति समिति की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है। असामाजिक तत्वों की पहचान करते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। विसर्जन वाले मार्गों का भौतिक सत्यापन किया गया है। विसर्जन जुलूस की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। अश्लील और भड़काऊ संगीत पर भी प्रतिबंध रहेगा। सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जाएगी।
अफवाह फैलाने पर शीघ्र कार्रवाई का अादेश दिया गया है। सरस्वती पूजा काे लेकर कलेक्ट्रेट स्थित पीआईआर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। गुरुवार की सुबह से शाम 6 बजे तक कंट्राेल रूम कार्य करेगा। जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या- 2212377 एवं 2216275 है।
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