राज्य के पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने जिलाधिकारी से सरकारी घोषणा के अनुरूप शीघ्र गरीबों के बीच राशन, नगद एवं चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा तरा- तर कोरोना के मध्य नजर लोगों को घर में रहने एवं उन्हें सारी सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणाएं की जा रही है। लेकिन जमीनी स्थिति काफी भयावह हो गया है। कहीं गरीबों को कोई सरकारी स्तर पर सुविधा नहीं मिल रही है। जबकि कोरोना वायरस के डर से रोजमर्रा का जीवन जीने वाले लोग बीते एक सप्ताह से काम छोर घर में कैद हैं। वही न उनके जेब में फूटी कौड़ी बचा है और न ही घर में अनाज ।
वल्की घर में बंद रहने के कारण खपत भी बढ़ गया । उन्होंने कहा है की जन वितरण प्रणाली के अधिकतर दुकानदार निर्धारित दर से अधिक पैसा लेकर गरीबों को सामान दे रहे हैं । वही मुनाफा खोर लगातार उनका शोषण कर रहे हैं । उन्होंने जिलाधिकारी से आज ही मुफ्त अनाज गरीबों को मुहैया कराने का निदेश सभी जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के नाम जारी करने की मांग की है।
श्री कुमार ने जिला प्रशासन के ऐतिहातिक कार्रवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए कहां है की इस संकट के घड़ी में स्वास्थ्य विभाग को और अधिक दुरुस्त करने की आवश्यकता है । प्रखंड स्तर पर खोला गया कंट्रोल रूम पूर्णता अनईफेक्टिव साबित हो रहा है। लोगों द्वारा सूचना देने पर खबरो को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ सब सेंटर पर बीते एक सप्ताह से चिकित्सक का आना जाना बंद है। इस संक्रमण के घड़ी में एएनएम एवं आंगनवाड़ी सेविका के भरोसे लोगों को नहीं छोड़ा जा सकता । उन्होंने जिलाधिकारी से स्वास्थ्य विभाग का प्रॉपर मॉनिटरिंग करने की भी मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इस विपदा के घड़ी में, मैं अपनी क्षमता के हिसाब से लोगों को हर संभव मदद कर रहा हूं । मैं अपने कार्यकर्ताओं से भी अपील करता हूं कि आप के आस पड़ोस के लोग भूखे न रहे इसका पूरा ख्याल रखें। जरूरत पड़ने पर उन्हें अपने खर्च से भोजन की सुविधा उपलब्ध करा कर सामाजिकता वह मानवता का परिचय दें।
अजीत कुमार
पूर्व मंत्री
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