जमुई,देर रात अचानक पूर्व विधायक सदर अस्पताल पहुंच गए। जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गया।कई दिनों से शिकायत मिल रही थी।सदर अस्पताल में डाक्टर ड्यूटी में रहते ही नहीं है।जब सदर अस्पताल पहुंचे तो इमरजेंसी ड्यूटी पर डा. मौजूद थे।लेकिन महिला चिकित्सक और एसएनसीयू से चिकित्सक गायब थे।वहा का नजारा ही कुछ और था।महिला मरीज अपने परिजन के साथ बच्चे को दिखाने के लिए डाक्टर के इंतजार में बैठे थे।महिला मरीज ने अपनी बात पूर्व एमएलए अजय प्रताप को बताया।जिसे सुनकर पूर्व विधायक भड़क गए और अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार को जमकर फटकार लगाई।:/
एसएनसीयू वार्ड में कार्यरत नर्स ने डॉक्टर को फोन लगाया नर्स के द्वारा डॉक्टर को बताया गया कि बच्चे का तबियत ठीक नहीं है,आइए सर बच्चे को देखना है। डॉक्टर ने फोन पर ही नर्स को समझा दिया की बच्चे को दवाई दे दो।उसके बाद पूर्व एमएलए अजय प्रताप सिंह ने परिजन बन कर डॉक्टर साहब को फोन लगाकर बच्चे को देखने के लिए मिन्नते किए। परिजन समझ कर पूर्व एमएलए को भी रात होने की बात कह कर मामले मामले को टाल मटोल करने लगा।उसके बाद फोन पर ही डॉक्टर को जम फटकार लगाया।अजय प्रताप का नाम सुनते ही डॉक्टर कुछ देर में भागे भागे सदर अस्पताल पहुंचा।एसएनसीयू के डॉक्टर एसके गुप्ता और महिला डॉक्टर स्वेता सिंह के साथ देर तक जमकर बहस भी हुई।
डॉक्टर एसके गुप्ता का कहना था कि उनकी फोन काल ड्यूटी है और वे फोन काल पर आते हैं। एसएनसीयू में चार डाक्टर होने चाहिए लेकिन सिर्फ अकेला उन्हें एसएनसीयू की जिम्मेवारी दी गई है। वे एक माह तक लगातार 24 घंटा ड्यूटी किए थे। यहां के जिम्मेदार एक डाक्टर की ड्यूटी दो जगह लगा देते हैं।
पूर्व एमएलए ने कहा कि यहां के जिलाधिकारी के फोन नहीं उठाने और धाराशाही स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर उन्होंने एक शायर के तहत यहां की कुव्यवस्था आक्रोश जताया है। उन्होंने कहा की “एक ही उल्लू काफी है बर्बाद गुलिस्तां करने को,हर शाख पर उल्लू बैठा है अंजाम गुलिस्तां क्या होगा” यानि चारों ओर लूट -घसोट मचा है। पूर्व एमएलए ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
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