दाे दिनाें से नेपाल में बारिश के थमने के बाद भी जिले की नदियों का उफान नहीं थम रहा है। गंडक नदी का जलस्तर रेवाघाट में 17 सेंटी मीटर बढ़कर खतरे के लाल निशान 54.41 मीटर पर पहुंच गया है
इसके साथ ही 26 सेंटी मीटर की वृद्धि के साथ बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 50.39 मीटर पर पहुंच गया है। हालांकि, वाल्मीकिनगर गंडक बराज से शुक्रवार काे 3.10 लाख सेमी से घटते क्रम में 1.94 लाख क्यूसेक पानी छाेड़ा गया है। इसके कारण गंडक के जलस्तर में शनिवार से कमी आने की संभावना जताई जा रही है। बागमती के जलस्तर में कटाैझा के साथ ही बेनीबाद में कमी आई है। चाैथे दिन भी जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी रहने से बूढ़ी गंडक नदी अब खतरे के निशान 52.53 से 2.14 मीटर नीचे 50.39 मीटर पर पहुंच गया है।
इससे शहर के सिकंदरपुर के आसपास के मोहल्लों के करीब नदी का पानी पहुंच गया है। बागमती के जलस्तर में कटाैझा में 48 सेमी व बेनीबाद में 27 सेमी की कमी आने से जिले के औराई, कटरा व गायघाट प्रखंड में बाढ़ की स्थिति में सुधार हाे रहा है। लेकिन, गंडक के जलस्तर में वृद्धि हाेने से पारू व साहेबगंज प्रखंड के नये इलाकों में पानी फैल रहा है। बागमती नदी का जलस्तर जिले के कटाैझा में खतरे के निशान से 0.3 सेमी नीचे 54.97 मीटर पर ताे बेनीबाद में 0.86 मीटर ऊपर 49.53 मीटर पर घट रहा है।
गंडक बराज से 3.10 लाख से घटते हुए छाेड़ा गया 1.94 लाख क्यूसेक पानी
साहेबगंज में सम्पर्क पथ पर चढ़ा पानी अब उतरने लगा
साहेबगंज क्षेत्र होकर गंडक नदी से शुक्रवार की शाम 2,64,000 क्यूसेक पानी का बहाव रेवाघाट की तरफ होने से प्रखंड की बाढ़ प्रभावित सात पंचायतों के 38 वार्डों में गंडक नदी का जलस्तर बीती रात की अपेक्षा कम हुआ। शनिवार की सुबह में 2,30,000 क्यूसेक पानी का बहाव होने से जलस्तर और कम होगा। जबकि शनिवार की देर शाम में 2,80,000 क्यूसेक पानी का बहाव होगा।
रविवार को गंडक नदी के जलस्तर में और कमी आएगी। शुक्रवार को गंडक नदी में जलस्तर कम होने से सम्पर्क पथ पर चढ़ा पानी हटने लगा है। वही बंगरा गाछी टोला प्राथमिक विद्यालय परिसर में बाढ़ का पानी दूसरे दिन भी रहा, जिससे शिक्षक गण स्कूल गए , लेकिन बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे, क्योंकि बच्चों का घर बाढ़ के पानी से अभी भी घिरा हुआ है।




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