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आरा में क्लर्क का बेटा बना एडीटीओ:BPSC 66वीं परीक्षा में पाई सफलता

बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित 66वीं परीक्षा का रिजल्ट बुधवार को जारी किया गया। जिसमें भोजपुर जिले के आरा सदर प्रखंड के अलीपुर गांव के रहने वाले आलोक राज सिंह ने पूरे बिहार में 44वीं रैंक हासिल कर जिले का नाम रौशन किया है। जिसके बाद आलोक को बधाई देने वालों का ताता लगा हुआ है। गांव के लोग भी आलोक के रिजल्ट आने के बाद बधाई दे रहे है। आलोक को एडिशनल डिस्ट्रिट ट्रासपोर्ट ऑफिसर का पद मिला है।

आलोक के पिता ओमप्रकाश सिंह, पूर्वी चंपारण बेतिया जिले में सिविल कोर्ट में क्लर्क के पद पर कार्यरत है। आलोक राज सिंह ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई आरा के जा पॉल स्कूल से किया है। उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा वर्ष 2013 में 95% अंक और इंटर साइंस की परीक्षा में 2015 में 89% मार्क्स के साथ पास किया। उसके बाद गुरु गोविंद सिंह कालेज इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली से मैकेनिकल और ऑटोमेसन इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल किया।

इंटरनेट के सहारे की बीपीएससी की पढ़ाई

आलोक मैकेनिकल और ऑटोमेसन इंजीनियरिंग में डिग्री की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने दादा बिहार पुलिस से अवकाशप्राप्त देवकुमार सिंह की प्रेरणा और मार्गदर्शन के बाद सिविल सेवा की तैयारी में लग गए। इस दौरान उन्होंने घर में रहकर इंटरनेट सेवा की मदद से पढ़ाई शुरू की। ऑनलाइन तरीके से ही पूरी तैयारी की। कई ऑनलाइन पोर्टल की मदद ली। विकिपीडिया, टेक्स्ट बुक की मदद ली। आलोक ने ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा भरोसा जताया। जिसके बाद जिले में आलोक ने पूरे बिहार में 44वां रैंक हासिल किया।

पूरे परिवार में खुशी की लहर

आलोक राज की सफलता पर पूरे परिवार के लोग काफी खुश हैं। गांव के लोग भी आलोक के सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं। आलोक अपने घर में रेखा देवी, पुतुल कुमारी, मनु राज सिंह में दूसरे नंबर पर है। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है और सबसे छोटा भाई स्नातक फाइनल परीक्षा दिया है। आलोक ने बताया कि वो अपने पढ़ाई का पूरा श्रेय अपने दादा और स्वर्गवासी दादी जी और मां – पिता को देते है। आलोक की माता उषा देवी ने बताया कि मेरा बेटा बचपन से पढ़ने में अच्छा रहा है। हमेशा अच्छे अंक लाता था। आलोक के दादा जी ने कहा कि जब छोटा था तो पढ़ने के लिए स्कूल नहीं जाता था। जिसके बाद पांचवी क्लास में उसे हॉस्टल में भेज दिया गया। उसके बाद से ही आलोक अपनी पढ़ाई को लेकर हमेशा तत्पर रहे है।

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