तीन दिनाें तक सन्नाटे के बाद मंगलवार काे फिर से जंक्शन पर चहल-पहल दिखी।आंदाेलन थमने के बाद जंक्शन से सप्तक्रांति और मुजफ्फरपुर-हावड़ा एक्सप्रेस खुली। वहीं बराैनी-अहमदाबाद, बराैनी-लखनऊ और बराैनी-लाेकमान्य तिलक बांद्रा एक्सप्रेस भी गुजरी। जबकि मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज एक्सप्रेस, रक्साैल-पाटलिपुत्र इंटरसिटी एक्सप्रेस, जयनगर-पटना इंटरसिटी समेत काेई भी पैसेंजर ट्रेनें नहीं चली। ये ट्रेनें बुधवार से चलेंगी। हालांकि, जंक्शन से खुलने और गुजरने वाली सभी पैसेंजर ट्रेनाें का परिचालन सामान्य रूप से गुरुवार से हाेगा। बुधवार काे सिर्फ प्रमुख रेलखंडाें पर ही इंटरसिटी और कुछ पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएंगी।
बताया जंक्शन पर रैक उपलब्ध नहीं हाेने के कारण इन ट्रेनाें काे नहीं चलाया गया। बुधवार काे इनका रैक उपलब्ध हाे जाएगा। इसके बाद गुरुवार से परिचालन सामान्य रूप से हाेने लगेगा। सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि साेनपुर समेत सभी मंडलाें से मंगलवार काे ट्रेनाें का परिचालन शुरू कर दिया गया। बुधवार काे इंटरसिटी और अन्य कई पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएंगी। जबकि गुरुवार से परिचालन सामान्य हाे जाएगा।
इधर, अनहाेनी की आशंका काे लेकर जंक्शन पर मंगलवार को भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम रहे। एसएसबी, दंगा निराेधक दस्ते के अलावे जिला पुलिस की भारी संख्या में तैनाती है। जीआरपी और आरपीएफ के जवान भी जंक्शन की सुरक्षा में है। इधर, पैसेंजर और इंटरसिटी एक्सप्रेस नहीं चलने से यात्री बस का सहारा लिए। माेतीपुर, चकिया, माेतिहारी, हाजीपुर, साेनपुर, समस्तीपुर, सीतामढी आदि जाने वाले यात्रियाें काे काफी परेशानी हुई।
ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिलने पर बसाें में सीट के लिए मारामारी
अग्निपथ याेजना काे लेकर देश भर में हाे रहे बवाल के कारण तीन दिनाें तक कई राज्यों में ट्रेनों का परिचालन बंद रहने से आरक्षण नहीं मिल रहा है। इस कारण अब दिल्ली जाने वाली बसाें में मारामारी चल रही है। इसका फायदा बस संचालक दाे गुना तक किराया वसूल कर उठा रहे हैं। इसके बाद भी बस में यात्रियाें काे ठूंस-ठूंस कर ले जा रहे हैं। मंगलवार काे बैरिया से दिल्ली जाने के लिए करीब 18 बसें खुलीं। इन बसाें में तीन प्रकार का किराया लिया गया। आगे और पीछे की सीट पर बैठने वाले यात्रियाें के किराए में 500 रुपए का अंतर रहा। जबकि स्लीपर में दाे की जगह तीन यात्रियाें काे बैठाकर दिल्ली तक ले गए।
आम ताैर पर सामान्य दिनाें में दिल्ली का किराया 1200 से 1400 रुपए लिया जाता है। जबकि मंगलवार काे 2200 से 2500 तक किराया लिया गया। मीनापुर के संजय महताे, अचायी ग्राम के संताेष कुमार, कटरा के अनुज कुमार, अमर महताे, संजय पांडेय आदि ने बताया कि उनलाेगाें से बस संचालक ने 2200 रुपए किराया लिया है। ट्रेन कैंसिल हाेने से उनका आरक्षण रद्द हाे गया। जिस कारण बस से दिल्ली जा रहे हैं। इधर, एक बस संचालक ने बताया कि किराया पूर्व की तरह ही लिया जा रहा है।
मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों से प्रतिदिन करीब 300 बसें दिल्ली, जयपुर, पंजाब, यूपी के लिए खुल रही हैं। इसके बाद भी मारामारी ऐसी है कि बस में करंट डेट का टिकट नहीं मिलने से लाेग दाे-दो दिन बाद का वेटिंग टिकट ले रहे हैं। दिल्ली जाने वाली किसी भी बस के पास वैध परमिट नहीं है। अधिकांश बसें यूपी व दिल्ली नंबर की हाेती हैं। लेकिन, दाे वर्षाे में एक भी बस की जांच नहीं हुई है।
^दिल्ली समेत अन्य राज्याें में जाने वाली बसाें की जांच के लिए सभी डीटीओ व एमवीआई काे निर्देशित किया गया है। समय-समय पर जांच कर जुर्माना वसूला जाता है। इसके लिए अभियान चलाकर जांच कराई जाएगी।
– वरूण कुमार मिश्र, आरटीओ



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