बांका के बेलहर थाना क्षेत्र अंतर्गत बासमाता इलाके से कुख्यात अपराधी रमेश हेंब्रम उर्फ बादल 50 हजार का इनामी अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया। रमेश हेंब्रम मूल रूप से जमुई जिले के बरहट थाना अंतर्गत दो भाटिया गांव का रहने वाला बताया जाता है। जिसका नक्सली संगठन से जुड़े रहने का भी इतिहास रहा है।
रमेश हेंब्रम के खिलाफ जमुई एवं बांका जिला के विभिन्न थानों में हत्या, लूट, अपहरण जैसे डेढ़ दर्जन संगीन मामले दर्ज हैं। रमेश हेम्ब्रम की गिरफ्तारी से जमुई एवं बांका पुलिस ने राहत की सांस ली है। रमेश हेम्ब्रम की गिरफ्तारी से डकैती ,लेवी,अपहरण ,रंगदारी, हत्या,लूट जैसी वारदातों पर अंकुश लगेगी। बताते चलें कि बरहट में सड़क निर्माण और नहर के निर्माण में कंपनी के कर्मचारियों से लेवी मांगी थी। जिसके तहत बरहट थाने में FIR दर्ज कराया गया था।बरहट थाना में आधे दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।

पुलिस की मानें तो रमेश हेम्ब्रम जमुई जिले के टॉप टेन अपराधियों में शीर्ष पर था। सितंबर 2020 में जमुई पुलिस ने एसटीएफ के सहयोग से रमेश हेम्ब्रम को कोलकाता के बस स्टाप से गिरफ्तार किया था।रमेश हेंब्रम तीन जून 2015 को जमुई कोर्ट हाजत ब्रेक कर फरार हो गया था। रमेश हेंब्रम अपनी अपराधिक धमस से अपनी पत्नी उर्मिला देवी को बरहट प्रखंड प्रमुख बनाने में कामयाबी हासिल की थी। जमुई जिले के विभिन्न थानों में रमेश हेंब्रम के खिलाफ हत्या अपहरण लूट के कई मामले दर्ज हैं।
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