मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति के दो धुरी हैं। एक मुख्यमंत्री हैं और दूसरे मुख्यमंत्री पद के दावेदार। दोनों राजनेता बिहार की सत्ता में एक साथ सरकार बना चुके हैं लेकिन इन दिनों दोनों दो तरफ होकर भी एक साथ दिख रहे हैं।
तेजस्वी ने मांग रखी लेकिन उस पर क्या बात की
जाति जनगणना के सवाल पर दोनों के बीच इतनी नजदीकी बढ़ी है कि तेजस्वी ने मिलने के लिए सार्वजनिक रूप से नीतीश कुमार से समय मांगा और मुख्यमंत्री ने तेजस्वी को अपने आवास पर मिलने के लिए बुला भी लिया। दोनों ने खूब बातें कीं। यह वैसा समय है जब बिहार में BPSC- PT का प्रश्न पत्र लीक हुआ और सभी सेंटरों की परीक्षा रद्द करनी पड़ी। इसको लेकर विपक्ष को जैसा तेवर दिखाना चाहिए था नहीं दिखा। अभ्यर्थियों को 5-5 हजार रुपए देने और आयु सीमा में छूट की मांग कर तेजस्वी ने अपने पॉलिटिकल एजेंडे में बीपीएससी की जगह जाति जनगणना पर फोकस कर दिया। तेजस्वी ने मुलाकात के बाद नीतीश कुमार के आश्वासन पर चट से भरोसा भी कर लिया कि वे जाति जनगणना के लिए जल्द ही ऑल पार्टी मीटिंग बुलाएंगे, जबकि तेजस्वी यादव की पार्टी ही नीतीश कुमार को पलटू राम कहती रही है। तेजस्वी खुद भी कई बार नीतीश कुमार को पलटू चाचा कह चुके हैं। इस सब से अलग नीतीश कुमार और तेजस्वी के बीच की नजदीकी पॉलिटिकल कार्यकर्ताओं के बीच नए समीकरण का संदेश दे रही है।
समय मांगा, समय मिला और फिर…
पब्लिक डोमेन में यह मैसेज गया है कि बीपीएससी के सवाल पर जिस तरह से तेजस्वी को एक्टिव होना चाहिए था, नहीं हुए। वे बेरोजगारी का सवाल उठाते रहे हैं। वे युवाओं का सवाल उठाते रहे हैं। आठ मई को बीपीएससी की परीक्षा हुई और उसी दिन परीक्षा रद्द भी की गई। तेजस्वी ने 10 मई को राजद कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार से समय मांगा और समय मिलने पर 11 मई को वे नीतीश कुमार से मिलने सीएम आवास चले गए।
रेलवे परीक्षा आंदोलन के समय भी तेजस्वी सड़क पर नहीं उतरे थे
इससे पहले राबड़ी देवी के आवास में लालू परिवार की ओर से आयोजित दावत- ए-इफ्तार में नीतीश कुमार अपने आवास से राबड़ी देवी के आवास तक पैदल गए थे। उस समय भी तेजस्वी और नीतीश कुमार के बीच बातचीत हुई। इसके बाद जदयू की ओर से हज भवन में आयोजित इफ्तार में तेजस्वी यादव आए और नीतीश कुमार से मिले। ये सभी जानते हैं कि रेलवे की परीक्षा के समय भी तेजस्वी सड़क पर नहीं उतरे थे, बीपीएससी की परीक्षा रद्द होने के समय भी तेजस्वी नहीं उतरे। सवाल यह है कि तेजस्वी ने बीपीएससी पीटी के अभ्यर्थियों को 5-5 हजार देने की जो मांग रखी थी उस पर अकेले में मुख्यमंत्री से क्या बात की? अभ्यर्थियों को आयु में छूट देने पर क्या बात की? राजद के प्रवक्ता चित्तरंजन गगन कहते हैं कि जाति जनगणना के सवाल पर तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार से मिलने गए थे। अन्य बिन्दुओं पर भी बात हुई है। बेरोजगारी के सवाल पर भी बात हुई है कि विभागों में काफी रिक्तियां हैं और युवा भटक रहे हैं।




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