पटना. अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में जनता दल यूनाइटेड के सात में से छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने से बिहार की सियासत तेज हो गई है. जेडीयू के दिग्गज नेता केसी त्यागी (KC Tyagi) ने कहा कि बिहार में गठबंधन को लेकर कोई विवाद नहीं है, लेकिन हमारा मन अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम को लेकर दुखी है, जो कि गठबंधन की राजनीति के लिए ठीक नहीं है. इसके साथ ही कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के अटल धर्म का पालन सभी घटक दलों को करना चाहिए. हम किसी के खिलाफ साजिश नहीं करते हैं बल्कि जब भी काम करने का मौका मिला, तो काम किया है.
इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम पर केसी त्यागी ने कहा कि जेडीयू विधायकों को मंत्रिपरिषद में शामिल करने के बजाए भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर लिया. जबकि जेडीयू ने बिहार में कभी ऐसा नहीं किया. वहीं, जेडीयू नेता ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) संख्या बल नहीं, साख के नेता हैं. उनके नेतृत्व और आभामंडल का आंकलन संख्या बल के आधार पर नहीं करना चाहिए. वहीं, अब नीतीश कुमार अन्य राज्यों में भी पार्टी के लिए काम करेंगे.
जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि आने वाले महीनों में जिन राज्यों में चुनाव होगा, वहां के बारे में विचार होगा. बंगाल में जदयू चुनाव लड़ेगा ये फैसला हो चुका है. देश में पार्टी के विस्तार को लेकर भी बैठक चर्चा होगी. केसी ने इसके साथ ही ये भी साफ़ कर दिया कि हमारा गठबंधन सिर्फ़ और सिर्फ़ बिहार में है.
अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह विधायक भाजपा में शामिल
पिछले दिनों अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड के सात में से छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने से हड़कंप मचा हुआ है. राज्य विधानसभा के अनुसार, रमगोंग विधानसभा क्षेत्र के तालीम तबोह, चायांग्ताजो के हेयेंग मंग्फी, ताली के जिकके ताको, कलाक्तंग के दोरजी वांग्दी खर्मा, बोमडिला के डोंगरू सियनग्जू और मारियांग-गेकु निर्वाचन क्षेत्र के कांगगोंग टाकू भाजपा में शामिल हो गए हैं. आपको बता दें कि जेडीयू ने 26 नवम्बर को सियनग्जू, खर्मा और टाकू को ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था और उन्हें निलंबित कर दिया था. इसके बाद जेडीयू के इन छह विधायकों ने इससे पहले पार्टी के परिष्ठ सदस्यों को कथित तौर पर बताए बिना तालीम तबोह को विधायक दल का नया नेता चुन लिया था.
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