मुजफ्फरपुर । बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने सोमवार को मिठनपुरा स्थित एक होटल के सभागार में बुलाए गए प्रेस वार्ता में बताया कि किसानों का आंदोलन दिग्भ्रम के आधार पर फल फूल रहा है, उन्हें दिग्भ्रमित किया जा रहा है। आंदोलन में किसान शामिल नहीं है।
आंदोलनरत किसानों को बिचौलिए भरमा रहे हैं जो उनकी उपज का धंधा करते थे या फिर वैसे राजनीतिक दल भरमा रहे हैं जो राजनीतिक हाशिए पर पिछड़ते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों के भविष्य के प्रति चिंतित हैं और जो योजना उन्होंने कृषि बिल में दिए हैं, उससे किसानों को लाभान्वित होने का बेहतर भविष्य की और अग्रसर होने का मौका मिलेगा। वह अपनी उपज को अपने ढंग से जहां चाहे बेच सकते हैं, जितना चाहे मुनाफा पा सकते हैं। यह अलग बात है कि उनको दिग्भ्रमित कर यह बताया जा रहा है कि उनकी उपज पर औद्योगिक घरानों का कब्जा होगा।
प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन के संदर्भ में जो कृषि नीति है, उसको लेकर वह और भाजपा की टीम जागरूकता अभियान चलाएगी और किसानों को नए बिल के संदर्भ में और उनके हितकारी कार्यों के संदर्भ में समझाया जाएगा कि सरकार उनके खेतों में बिजली, ऊपज, बुवाई, कटाई सब के प्रति जो सब्सिडी दे रही है और किसानों को मुनाफा पहुँचाने की कोशिश कर रही है, उसमें किसानों को आगे जाकर लाभ ही पहुंचेगा।
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