BIHARBreaking NewsMUZAFFARPURSTATE

मुजफ्फरपुर : “शिक्षा बचाओ अभियान मोर्चा” के तहत शिक्षण संस्थानों का प्र’दर्शन

लगातार कोरो’ना वा’यरस में विद्यालय बंदी से त्र’स्त कोचिंग संस्थानों गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों मान्यता प्राप्त विद्यालयों एवं प्राइवेट ट्यूटर एसोसिएशन के शिक्षकों एवं प्रशिक्षण कर्मचा’रियों के साथ-साथ जागरूक अभिभा’वकों ने आज दिनांक 5 दिसंबर को ‘शिक्षा ब’लचाओ अभियान मोर्चा’ के बैनर तले एक शांतिपूर्ण रैली कलमबाग चौक से कल्याणी चौक तक निकाली जिसका मुख्य उ’द्देश्य था जिला प्रशासन एवं जिला शिक्षा कार्यालय का ध्यान कुछ बिंदुओं पर आक’र्षित करना और उन के माध्यम से निम्नांकित बिंदुओं पर मोर्चा सदस्यों की नारा’जगी एवं आक्रो’श को राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार तक पहुँचाना.

‘शिक्षा बचाओ अभि’यान मोर्चा’ द्वारा कहा गया कि एक ऐसे पत्र पर जिस पर भेजने वाले व्यक्ति का नाम या उस संगठन के लेटर हेड पर किसी पदाधिकारी का नाम ही नहीं है क्या जिला शिक्षा कार्यालय दम’नकारी आदेश जारी कर सकते हैं?
भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं विभिन्न शिक्षण संस्थाओं एवं प्राइवेट ट्यूटर एवं गैर शैक्षणिक कर्मी सभी व्यवसायिक संस्थाओं के खुलने, मॉल खुलने एवं बाजार खुलने के बावजूद विद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों को बं’द करने का क्या औचित्य है, जबकि इन स्थानों पर वह भीड़ मापदं’ड की अवहे’लना करते हुए छोटे बच्चों से लेकर वृ’द्ध व्यक्तियों को भी देखा गया है.

प्रतियोगी परीक्षाओं में कोविड मापदंड पर जब परीक्षाएं, विद्यालयों में नामांकन हेतु विभिन्न महाविद्यालयों एवं तकनी’की संस्थाओं में नामांकन हेतु ली जा सकती हैं तो विद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों में वर्ग हेतु बच्चों को अनुम’ति क्यों नहीं दी जा सकती है?
मोर्चा का कहना था कि 400 विभिन्न निजी विद्यालयों को प्रस्वीकृत या निरस्त करने के पश्चात विभिन्न विभिन्न संगठनों द्वारा उस प्रकृति का पुनर बहा’ल करना या आवेदन पर विचार कर नए पुरुष स्वीकृ’ति देने का अनु’रोध करने के बावजूद भी प्रस्वीकृति फाइलों पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कार्यालय द्वारा कुंडली मारकर बैठना, उस विभाग का निजी विद्यालयों के प्रति उदासी’नता एवं सौ’तेला व्यव’हार दर्शा’ता है.

कोरो’ना काल में विद्यालय बं’दी से कई शिक्षकों ने बेरो’जगारी की वजह से आ’त्मह’त्या तक कर ली है और प्रतिदिन स्थिति बद से बद’तर की ओर अग्रसर हो रही है अतः सरकार इस भ’यावह परिस्थिति पर शीघ्र संज्ञा’न लेते हुए सरकारी स्कूलों में प्रति बच्चा प्रतिमाह खर्च के आधार पर प्रत्येक निजी स्कूलों को उसके बच्चों की संख्या में विद्यालय अकाउंट में 1 वर्ष का विशेष आ’र्थिक सहा’यता राशि मुहैया कराए ताकि विद्यालय प्रबंधन अपने शिक्षकों को उनके बच्चों को भु’खम’री से बचा सके.

कोरो’ना की वजह से स्थिति इतनी भ’यावह हो गई है कि इस विकट परिस्थिति में विद्यालय का कि’राया देने के साथ-साथ पानी बिजली एवं गाड़ियों का किस्त लोन की ईएमआई, ईएसआई, इपीएफ आदि का भुग’तान कर पाना असं’भव हो गया है. इसके फलस्व’रूप वित्तीय संस्थानों आदि के द्वारा आए दिन सभी शैक्षणिक संस्थाओं को ध’मकी भरे पत्र व फोन कॉल आ रहे है जिससे सभी संस्थान घोर मानसि’क उत्पी’ड़न से जू’झ रहे हैं और कभी भी कोई अप्रिय घटनाएं घटित हो सकती है.

इस कोरो’ना वाय’रस काल में किस प्रकार के जन कल्याण से संबंधित घोषणा मजदूर से उद्योगपतियों तक की है, परंतु उनको सुनाओ में शिक्षकों निजी विद्यालयों में कोचिंग संस्थानों के लिए कोई राहत नहीं है इस कारण निजी विद्यालयों कोचिंग संचालक एवं कार्यरत कर्मी निरा’श एवं हता’श हो रहे हैं इनकी प्रमुख मांगों के सभी तरह के शैक्षणिक व शिक्षण संस्थानों को आवश्यक दिशा निर्दे’श के साथ खो’लने की अनु’मति जल्द देने विद्यालय बंद अवधि के आर्थिक सहा’यता देने, कि’राए पर चल रहे विद्यालय भवन के कि’राया को व्यवस्था सुनि’श्चित करने एवं सभी प्रकार के सरकारी कर को मा’फ करने की मां’ग करती है.

ऑनलाइन एजुकेशन व्यवहारिक शिक्षा का विक’ल्प नहीं है एक ओर जहां सरकार विभिन्न प्रतियोगी परी’क्षाओं का आयोजन कर रही है वहीं दूसरी ओर अपनी दम’नात्मक नीति के तहत शिक्षकों और छात्रों को पढ़ने-पढ़ाने से रोक रही है निजी शिक्षण संस्थानों के लिए सरकार ने अब तक अपनी नी’ति स्पष्ट नहीं की है ऐसे में सरकार को व्यवहा’रिक फै’सला लेने की जरूरत है हम सरकार के s.o.p. के तहत सामा’जिक दू’री या सोशल डिस्टें’सिंग, सैनि’टाइजेशन आदि सुविधाओं के साथ शिक्षण संस्थान खोलने पर सह’मत है.

इस प्रति’रोध रैली के शहर के सैकड़ों शिक्षक व शिक्षण संस्थानों के निदेशकों ने स्थानीय कलमबाग चौक, मोतीझील, कल्याणी चौक हरिसभा चौक अघोरिया बाजार चौक होते हुए पुनः कलमबाग चौक तक विशाल जुलू’स निकाला जिसमें संयोजक विकास शुक्ला, राजेश कुमार मिश्रा, प्रमोद कुमार, सुधीर कुमार सिंह, ललन कुमार, चंदन कुमार, रंजन सहाय, अभय कुमार पांडे, मुकुट मणि, नरेंद्र प्रसाद सिंह, बलिंदर कुमार, मोहन गुप्ता, अखिलेश, अनमोल, सुधीर कुमार, विकास कुमार, प्रमोद कुमार, कुंदन कुमार, मृत्युंजय कुमार, प्रभात कुमार, वरुण त्रिपाठी, नीरज कुमार, आदित्य रंजन, परशुराम कुमार, अमन कुमार, अनिकेत कुमार, सुमन झा, राहुल कुमार चंद्रा, नितेश कुमार, शुभम कुमार श्रीकांत सिंह अविनाश कुमार, मयंक कुमार आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज की.

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.