बिहार के एक और अस्पताल में मानवता श’र्मसार हुई है। घट’ना भी ऐसी कि जानकार आप अपने आं’सू नहीं रो’क पाएंगे। गुरुवार को सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में विश्व प्रसिद्ध गणितज्ञ वशिष्ठ नरायण सिंह के श’व को अस्पताल के बाहर स्ट्रेचर पर रख निकाल दिया गया था। इसी दौ’रान पूर्णिया में सदर अस्पताल परिसर में एक महिला की ला#वारिस ला’श को कुत्ते नों’चते दिखे. मिली जानकारी के अनुसार पूर्णिया के अस्पताल परिसर में एक महिला का लावारिस श’व 24 घंटे से अधिक समय तक पड़ा रहा। इस बीच अस्पताल प्रशासन ने उसका कोई संज्ञान नहीं लिया।
लोगों का’ कहना है कि श’व को कुत्तों सहित अन्य जानवरों ने भी नों’चा। मा’मले ने जब तूल प’कड़ा तो अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूच’ना दी। मौके पर पहुंची खजांची हाट की पुलिस ने शव का पोस्टमा’र्टम कराए या लां’च किए बिना अंतिम संस्’कार का निर्देश दे दिया। पुलिस ने इसे सामान्य मौ’त बताते हुए पोस्टमा’र्टम कराने से इन’कार कर दिया।इस बाबत अस्पताल अधीक्षक डॉ. इंद्र नारायण ने कहा कि महिला को गं’भीर हा’लत में अस्पताल लाया गया था। कुछ देर बाद ही उसकी मौ’त हो गई।
उसको भ’र्ती भी नहीं किया जा सका था। घ’टना के बाद सुबह पुलिस को सू’चना दी गई थी। उन्होंने श’व को जानवरों द्वारा नों’चने की बात से साफ इन’कार कर दिया। उन्होंने कहा महिला के घा’व के कार’ण लोग ऐसा कह रहे हैं। हालांकि, खुले अस्पताल परिसर में जानवरों के आ’ने से वे इन’कार नहीं कर सके।
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