- टीबी मुक्त समाज के लिए निक्षय मित्र बनकर जिम्मेदारी निभाएं
- सामान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, गैर सरकारी संस्थान, कॉर्पोरेट संस्थान बन सकते हैं निक्षय मित्र
- जिले में 5125 टीबी मरीजों का चल रहा है इलाज
बेतिया, 24 मई। भारत सरकार ने टीबी रोग के उन्मूलन का 2025 तक का लक्ष्य रखा है। यह तभी संभव हो सकता है जब पुराने टीबी के रोगी इलाज कराकर पूरी तरह से ठीक हों। क्योंकि टीबी एक संचारी रोग है व लापरवाही के कारण इस बीमारी का प्रसार होता है। ये बातें जिले के संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने कही। उन्होंने बताया कि टीबी के अधिकांश मामलों में टीबी मरीजों को कुपोषित देखा गया है। क्योंकि वैसे लोग आर्थिक स्थिति कमजोर होने से संतुलित आहार का सेवन नहीं कर पाते हैं। जिससे कुपोषण के कारण वे पूर्णतः टीबी से ठीक नहीं हो पाते हैं। जिसके सहयोग के लिए देश में प्रधानमंत्री निक्षय मित्र योजना चलाई जा रही है। इसके अंतर्गत जिले के सामान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, गैर सरकारी संस्थान, कॉर्पोरेट संस्थान अपनी मजबूत भागीदारी निभा सकते हैं। सरकार “निक्षय मित्र” बनने का सुनहरा अवसर दे रही है। ऐसे में लोगों को इस अभियान में शामिल होकर टीबी मरीजों को सहयोग देना चाहिए। उन्होंने बताया कि मैं, मेरी पत्नी, चिकित्सक एवं कई लोग टीबी मरीजों के सहयोग के लिए निक्षय मित्र बन चुके हैं।
जिले में 5125 टीबी मरीजों का चल रहा है इलाज:
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ चंद्रा ने बताया कि जिले में 5125 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है। जिनको सरकार द्वारा मुफ़्त दवाएं, जाँच, के साथ निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत उनके खाते में 500 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है। अगर जिले के जिम्मेदार नागरिक, जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दल, गैर सरकारी संस्थान निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों की मदद करने की ठान लें तो काफ़ी हद तक टीबी के प्रसार को रोका जा सकता है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों की मदद कर पोषण संबंधित जरूरतों को पूरा करें।
गोद लेकर 6 माह तक पौष्टिक आहार की करें व्यवस्था:
सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने बताया कि निक्षय पोषण योजना केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीबी से ग्रसित लोगों के लिए इस योजना की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री ने विभिन्न सामाजिक संगठनों और लोगों से अनुरोध किया है कि टीबी के मरीजों को पौष्टिक आहार देने हेतु आगे आएँ औऱ उन्हें गोद लेकर 6 माह तक उनके लिए पौष्टिक आहार में भूना चना, सत्तू, सोयाबिन, अंडे, गुड़, मूंगफली, बिस्किट आदि खाद्य पदार्थो की पैकेट सूची के अनुसार वितरण करें।
रजिस्ट्रेशन कर योजना से जुड़ सकते हैं:
जिला यक्ष्मा केंद्र में कार्यरत सूरज कुमार ने बताया कि निक्षय मित्र बनने के लिए सबसे पहले communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन करना होगा। इसके बाद प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान पर क्लिक करें। फिर निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कर इस अभियान से जुड़ सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद सुविधानुसार निक्षय सहायता के लिए टीबी रोगियों का चयन किया जा सकता है। टीबी की बीमारी से जुड़ी हर तरह की जानकारी के लिए निक्षय हेल्पलाइन नंबर 1800-11-6666 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
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