पटना पुलिस ने शराब की सूचना पर एक फ्लैट में रेड मारी थी। यहां नकली नोट और उसे छापने की मशीन के साथ लड़कियों की नाइट पार्टी का भी खुलासा हुआ है। इस फ्लैट पर अक्सर लड़कियों का आना-जाना रहता था। हर रात पार्टी होती थी। राजाराम अपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर के फ्लैट में अलग-अलग लड़कियां आती थीं। यह बात पुलिस की दूसरे दिन की जांच में सामने आई है।
लड़कियों का रोल पूरे प्रकरण में क्या है? अब इस बात की जांच की जा रही है। जाली नोट और शराब के अवैध धंधे में लड़कियों की मदद ली जाती थी या इनसे कोई और ही काम कराया जाता था? इस सवाल का जवाब पटना पुलिस के आगे की जांच और कार्रवाई के बाद ही मिल सकेगा।
एसके पुरी थाने की पुलिस ने सोमवार की रात आनंदपुरी इलाके में स्थित राजाराम अपार्टमेंट में छापेमारी की थी। यहीं से 500 और 200 के जाली नोट, इसे छापने लिए इस्तेमाल किए जा रहे प्रिंटर और 21 लीटर शराब बरामद हुई थी। साथ ही कटिहार के रहने वाले अयूब खान और नवादा के रतन यादव को गिरफ्तार किया था।
हाल के दिनों में लगातार हुई पार्टी
जब टीम ने इनके ठिकाने पर छापेमारी की थी तो फ्लैट के पीछे की खिड़की को तोड़कर कटिहार का मो. शमीम, सीतामढ़ी का सचिन और एक लड़की, ये तीनों ही फरार हो गए थे। पुलिस इन तीनों का पता लगा रही है।
हालांकि, पुलिस सूत्रों के जरिए जो बात सामने आई, उसके अनुसार इस ठिकाने पर हर शाम रंगीन होती थी। शराब का अवैध धंधा किए जाने के साथ ही शराब पार्टी भी होती थी। इस बात का सबूत ये है कि छापेमारी के दौरान फ्लैट के अंदर से पुलिस को शराब की कई खाली बोतलें मिली थीं। शराब पार्टी में लड़कियां भी शामिल होती थीं।
हर जाली नोट पर एक ही सीरियल नंबर
एसके पुरी थाना के एडिशनल SHO विधान चंद्र ने खुद इस कार्रवाई को अपनी टीम के साथ मिलकर अंजाम दिया था। इस प्रकरण में बड़ी बात ये है कि 200 और 500 के हर जाली नोट पर एक ही सीरियल नंबर 4DG 599442 ही छपा हुआ मिला है। शातिर अयूब और उसके साथी जाली नोट छाप तो ले रहे थे। मगर, उसका सीरियल नंबर बदल नहीं पाए। इस पाॅइंट पर भी पुलिस जांच कर रही है।
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