बिहार बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के रंग में रंग गया है। हनुमंत कथा में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। मनोकामना के लिए तो अर्जी का रिकॉर्ड ही टूट गया है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में 24 घंटे में 10 लाख से ज्यादा अर्जी लगी है। अर्जी लगाने वालों की भीड़ को देखते हुए मठ को शिफ्ट के हिसाब से कर्मचारियों की ड्यूटी लगानी पड़ी है।
अर्जी लगाने वालों ने 21 दिनों तक बिना लहसुन, प्याज खाए और 2 महीने में बागेश्वर बाला जी के दर्शन का संकल्प लिया है। दावा है कि इस नियम का पालन करने वालों की न सिर्फ मनोकामनाएं पूरी होगी, बल्कि उनकी जिंदगी के सारे सकंट भी कट जाएंगे। स्थानीय दुकानदारों ने 5 करोड़ रुपए के नारियल, चुनरी, सिंदूर और लौंग बेच दिए। जानिए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में कैसे टूट रहा अर्जी का रिकॉर्ड…।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में अर्जी का विशेष महत्व है। बाबा की पहचान दिव्य दरबार और अर्जी से ही है। यही कारण है कि दिव्य दरबार में लाखों लोग पहुंच गए। मान्यता है कि बाबा के दरबार में जिसकी अर्जी लग गई, वो हर समस्या के बंधन से पूरी तरह से मुक्त हो जाता है। बाबा का भी दावा है कि दरबार में आकर अर्जी लगाने वाले की सारी समस्या बाबा बागेश्वर बाला जी दूर कर देते हैं।

धीरेंद्र शास्त्री के दरबार में 24 घंटे में 10 लाख से ज्यादा अर्जी लगी है।
अब जानिए अर्जी का नियम
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में अर्जी व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से लगती है। जब समय कम होता है तो बाबा सामूहिक रूप से सभी की अर्जी लगवा देते हैं। अर्जी लगाने वालों की वह पर्ची बनाते हैं, इसे एक चमत्कार के रूप में जाना जाता है।
पटना के नौबतपुर में आयोजित हनुमंत कथा और दिव्य दरबार को लेकर भी अर्जी का नियम बनाया गया था। लोग कहीं से भी अर्जी लगा सकते थे। श्रद्धालु घर से भी अर्जी लगा सकते हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री के पास समय कम था और एक ही दिन का दिव्य दरबार था। ऐसे में नियम बनाया गया कि श्रद्धालु तरेत पाली मठ में स्थापित हनुमान जी की मूर्ति के पास अपनी मनोकामना को लेकर मूर्ति की 5 बार परिक्रमा करेंगे।
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