पूर्णिया में ढलाई के दौरान एक बॉक्स ब्रिज भरभरा कर गिर पड़ा। पुल गिरने की यह घटना बायसी प्रखंड के चंद्रगामा पंचायत के मिलिकटोला हाट के सलीम चौक की है। बीते फरवरी महीने में ही बायसी के खपड़ा से 1 करोड़ 14 लाख की लागत से बन रहे एक पुल के ढहने का मामला सामने आया था। इस घटना में दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। 3 महीने के भीतर जमींदोज हुए निर्माणाधीन पुल की इस दूसरी घटना ने निर्माणकार्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
3 महीने के भीतर निर्माणाधीन पुल गिरने की यह घटना जिले के बायसी थाना के फटकी से बेरिया जाने वाली सड़क से लगे सलीम चौक की है। यहां ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 1 करोड़ 13 लाख की लागत से बॉक्स ब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा था। शनिवार देर रात करीब 11 बजे बॉक्स ब्रिज की ढलाई की जा रही थी। तीन पाया तक ढलाई पहले ही हो चुका था और एक ही पाया का ढलाई बाकी रह गया था। कमजोर सेटरिंग के कारण ढलाई के दौरान ये पुल एकाएक भरभरा कर गिर पड़ा। बायसी प्रखंड स्थित चंद्रगामा पंचायत के मिलिकटोला हाट के सलीम चौक पर यह हादसा हुआ। वहां अफरा-तफरी मच गई। जैसे ही पुल ध्वस्त हुआ, वहां मौजूद संवेदक, मुंशी और मजदूर फरार हो गए। हालांकि इस हादसे में अब तक किसी के हताहत की खबर नहीं है।
वहीं इस मामले को लेकर सड़क निर्माण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार की सफाई भी सामने आई है। उन्होंने इसे संवेदक की लापरवाही बताया है। संवेदक पर कार्रवाई की बात कहते हुए दोबारा से पुल तोड़कर बनाए जाने की बात कही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गुणवत्ता मानकों को ताक पर रखकर निर्माणकार्य कराए जाने की वजह से यह हादसा हुआ है। गनीमत रही की पुल ढलाई के समय ही ध्वस्त हो गया। अगर ढलाई के बाद किसी वाहन के गुजरते समय पुल गिरता तो बड़ी घटना हो सकती थी। इस बारे में सड़क निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा है कि इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि पुल कैसे टूटा है।
घटना को लेकर पूर्व मंत्री विधायक हाजी अब्दुस सुबहान ने कहा कि इस मामले को लेकर डीएम कुंदन कुमार से बात की गई है। इस संवेदक पर कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले भी बायसी प्रखंड के खपडा पंचायत के चौनी गांव में ढलाई के दौरान पुल गिर गई थी। दूसरी बार ये घटना हुई है। ऐसा बार- बार होना इंजीनियर की लापरवाही को दर्शाता है। चालीस साल के इतिहास में बायसी में साल 2023 में दो बार निर्माण के दौरान पुल ध्वस्त हो गया है। पूर्व मंत्री डीएम कुंदन कुमार से इस मामले को लेकर संवेदक और अभियंता पर कार्रवाई की मांग की है।
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